नई दिल्ली: खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से शरीर में कई तरह की समस्या उत्पन्न होती है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आप इन सभी चीजों को इग्नोर कर देते हैं। लाइफ स्टाइल में हमारा ध्यान अपने शरीर की तरफ कम ही होता है। लगातार ऑफिस जाना और काम में व्यस्त रहने के चलते हमारे पास ना तो ठीक से खाने का टाइम होता है ना सोने का। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम अपने शरीर में होने वाले बदलावों की ओर ध्यान दें। उन लक्षणों की ओर देखें जो शरीर में असहजता पैदा कर रहे हों। ध्यान रखें इन्हें नजरअंदाज ना करें बल्कि तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
ऐसी कई मेडिकल समस्याएं हैं जो सीने में दर्द का कारण बन सकती हैं, जिनमें से कई गंभीर नहीं हैं, जैसे कि मांसपेशियों को खींचना या कभी-कभी नाराज़गी का अनुभव करना। लेकिन सीने में दर्द हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। यदि आपके सीने में दर्द है, जो आपके बाएं जबड़े, नीचे या बाईं बांह की ओर दर्द हो रहा है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
सीने में दर्द के साथ सांस की अचानक तकलीफ दिल का दौरा, ब्लड क्लॉट होना, या फेफड़ों के कोलैप्स होने का संकेत है। ये घातक हो सकते हैं और यदि आप इन लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो तुरंत आपातकालीन सहायता लें। आपको अपने चिकित्सक को सांस की किसी भी प्रकार की कमी के लिए दिखाना चाहिए। हालांकि यह फेफड़ों की बीमारी, निमोनिया जैसे संक्रमण या फेफड़ों के कैंसर जैसी स्थितियों का संकेत भी हो सकता है।
एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाएं हल्के से कष्टप्रद (उदाहरण के लिए खुजलीदार दाने) से लेकर बड़ी भी हो सकती है, जिन्हें एनाफिलेक्सिस कहा जाता है। यदि आप अपने होंठ और जीभ की सूजन, गले में खुजली, घरघराहट, खांसी, निगलने में कठिनाई, तेजी से दिल की धड़कन, मितली और उल्टी, या बेहोशी का अनुभव करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह जरूर लें। यदि आपके पास हल्के एलर्जी के लक्षण हैं, तो अपने डॉक्टर से चर्चा करें कि उनके कारण क्या हो सकते हैं और आपको अपनी देखभाल कैसे करनी चाहिए या आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
हर किसी को सिरदर्द होता है और हममें से कुछ को नियमित रूप से सिरदर्द होता है। लेकिन यदि आपको गंभीर रूप से सिर दर्द हो रहा है जैसा कि पहले कभी आप अनुभव कर चुके हैं तो तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के पास जाकर सलाह जरूर लें। सिरदर्द एक स्ट्रोक, मस्तिष्क धमनी विकार, संक्रमण (जैसे मैनिंजाइटिस), या एक अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। सिरदर्द के लक्षण में बुखार, दृष्टि में बदलाव, संतुलन का खोना या भ्रम शामिल हैं।
यही नहीं समय-समय पर हम सभी के साथ कोई न कोई दुर्घटना होती रहती है। कई बार बचपन में बहुत सी ऐसी चोट होती हैं जो बड़े होने तक तकलीफ देती हैं। इन सभी दर्द को हम घरेलू उपचार के जरिए दूर कर लेते हैं। लेकिन कुछ दर्द ऐसे होते हैं, जिन्हे अनदेखा नहीं किया जा सकता। जब भी कोई बड़ा दर्द हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें और बीमारी बड़ा रूप ले उससे पहले इलाज करा लें।
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