अगर आप भी लेते हैं 8 घंटे से कम नींद, तो हो सकती है ये खतरनाक बीमारी
नींद की कमी के कारण और कई तरह की समस्याएं जन्म ले सकती हैं।
आमतौर पर ये बीमारी 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को अपनी चपेट में लेती है. ये बीमारी लाइलाज नहीं है इससे निपटा जा सकता है. डॉक्टर्स के मुताबिक, व्यायाम पार्किंसन बीमारी को ठीक करने में अहम भूमिका निभाता है। अगर थोड़ी एक्सरसाइज, थेरेपी और काउंसलिंग की जाए तो पार्किंसन बीमारी को मात दी जा सकती है। पार्किंसन बीमारी की वजह से शरीर में अकड़न आ जाती है। कई बार शरीर को हिलाना भी मुश्किल होता है। मरीज का पार्किंसन रोग में हाथ-पैरों की कंपन पर कंट्रोल नहीं होता। पार्किंसन में शरीर के अन्य हिस्सों में हलचल की गति धीमी हो जाती है।
क्यों होता है पार्किंसन रोग-
2016 में आई एक रिसर्च के मुताबिक, एक जीन के कारण पार्किंसन रोग होता है. शोध के मुताबिक, टीएमईएम 230 नामक जीन में म्यूटेशन से पार्किंसन रोग होता है. इस रोग में सेंट्रल नर्वस सिस्टम में विकार पैदा होता है, जिससे व्यक्ति की शारीरिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं. इस रोग में अक्सर झटके भी आते हैं. यानि जीन में बदलाव ही पार्किंसन रोग का मुख्य कारण है.