सोनम कपूर ने अपनी बीमारी को लेकर किया खुलासा, कहा इस वजह से ब्वॉयफ्रेंड से किया था ब्रेकअप
खुद के शरीर को लेकर कई भद्दे कमेंट आपने अपने दादा-दादी या आसपास के अंकल-आंटी के मुंह से सुना ही होगा लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि यह सारे शब्द बॉलीवुड फैशनिस्टा दीवा सोनम कपूर को भी अपने कॉलेज के टाइम में सुनने को मिला।
नई दिल्ली: इसका रंग कैसा है?, कितनी काली और मोटी है, इससे शादी कौन करेगा? इसके शरीर देखो कैसे फैल रहा है? बेटी अपने ऊपर ध्यान क्यों नहीं देती? ऐसे कई भद्दे कमेंट या यूं कहे सवाल आप इसे माने या नहीं माने लेकिन घर या आसपास दादा-दादी, आंटी के मुंह से आपने भी कभी न कभी इस तरह की बात सुनी होगी। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि यह सारे शब्द बॉलीवुड फैशनिस्टा दीवा सोनम कपूर को भी अपने कॉलेज के टाइम में सुनने को मिला। जी हां बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर ने अपनी कॉलेज टाइम की कुछ यादे शेयर की है। शादी से पहले अपने दिए एक इंटरव्यू में सोनम कपूर ने अपनी जिंदगी की एक काली सच को उजागर किया जिसे सुनने के बाद आप एक पल के लिए हैरान हो जाएंगे कि आम लड़कियां हो या बॉलीवुड एक्ट्रेस औरतों का दर्द एक जैसा होता है। जी हां तो चलिए आपको बताते हैं सोनम की जिंदगी का काला सच।
एक इंटरव्यू के दौरान सोनम ने बताया कि कॉलेज के दिनों में उन्हें PCOS(Polycystic Ovary Syndrome) बीमारी थी।। सोनम ने कहा कि 16 से 20 साल की उम्र में उन्हें PCOS थी। इस बीमारी की वजह से उन्होंने 5-6 महीने के अंदर ही 35 किलो वजन बढ़ गई थी। और धीरे-धीरे उनका शरीर फैलने लगा। सोनम आगे कहती हैं कि बढ़ती हुई वजन की वजह से मैं बिल्कुल गंदी और भद्दी सी दिखती थी।
सोनम अपनी हेल्थ को लेकर इतनी ज्यादा परेशान थी जिसकी वजह से उन्होंने अपने उस वक्त के ब्वॉयफ्रेंड से ब्रेकअप कर लिया था। आगे सनोम कहती हैं कि मेरी मां हेल्थ को लेकर काफी सीरियस है और उन्हें मेरा ये हाल देखकर काफी टेंशन होता था। इस बीमारी से मैं इतनी ज्यादा परेशान हो गई कि मैंने फैसला किया कि कैसे भी हो मुझे वजन कम करना है।
आपको बता दें ये गंभीर बीमारी से अधिकतर लड़कियां को सामना करना पड़ता है। इस बीमारी में बढ़ता वजन और अनियमित पीरियड्स जैसे लक्षणों को देखा जा सकता है। जानिए आखिर क्या है पीसीओएस इसके साथ ही जाने लक्षण और बचाव के उपाय।
क्या है PCOS
यह एक ओवरी संबंधी बीमारी होती है। जिसके कारण लड़कियों के हार्मोन असुंतलन की स्थिति उत्पन्न होने लगती है। ऐसे में महिलाओं के शरीर में फीमेल हार्मोन की बजाय मेल हार्मोन (एण्ड्रोजन) का स्तर ज्यादा बढ़ने लगता है। पीसीओएस होने पर अंडाशय में कई गांठे (सिस्ट) बनने लगती हैं। ये गांठे छोटी-छोटी थैली के आकार की होती हैं और इनमें तरल पदार्थ भरा होता है। धीरे-धीरे ये गांठे बड़ी होने लगती हैं और फिर ये ओव्यूलेशन की प्रक्रिया में रुकावट डालती हैं। ओव्यूलेशन की प्रक्रिया ना होने की वजह से ही पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में गर्भधारण की संभावना कम रहती है। पीसीओएस होने पर महिलाओं में टाइप-2 डायबिटीज होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम(PCOS) के लक्षण
अगर इनके शुरुआती लक्षणों के पहचान लिया जाएं। इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है। ये है इसके लक्षण।
पीरियड्स के समय अधिक खून बहना।
अनियमित पीरियड्स
अनचाहे बाल निकलना
मुंहासे होना
लगातार वजन बढ़ना
सिरदर्द
व्यवहार में बदलाव नजर आना
अनिद्रा
स्किन संबंधी रोगों का सामने आना, जैसे अचानक भूरे रंग के धब्बों का उभरना या बहुत ज्यादा मुंहासों का होना।
शादीशुदा महिलाओं में बांझपन या गर्भ न ठहरना।
यौन इच्छा की कमी
पीसीओएस होने का कारण
अधिक मात्रा में जंक फूड का सेवन
डायबिटीज या फिर हाई ब्लड प्रेशर
लगातार वजन बढ़ना
अधिक डिप्रेशन होना
अनियमित लाइफस्टाइल
पीसीओएस का इलाज
डाक्टरों के अनुसार वास्तव में इसे ठीक नहीं किया जा सकता है लेकि इसके लक्षणों के पहचान कर आप कुछ इलाज लेकर इस समस्या से काफी हद कर निजात पा सकते है। इस बीमारी का पूरा असर शरीर के हार्मेंस पर पड़ता है। सलिए पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को आमतौर पर डॉक्टर गर्भ निरोधक गोलियां खाने की सलाह देते हैं। जिससे हार्मोन के बिगड़े चक्र को ठीक किया जा सके। इसके अलावा अनचाहे बालों से छुटकारे के लिए कुछ ऐसे ट्रीटमेंट कराए जाते हैं जिससे बालों को बढ़ने से रोका जा सके।