Jam Side Effects: अगर आपको भी है ब्रेड-जैम खाने का शौक, तो पढ़ लें ये खबर
Bread And Jam Side Effects: हम अपने बच्चों क्या खुद भी बढ़े ही चाव के साथ ब्रेड और जैम खाते है। लेकिन आप ये बात नहीं जानते होगें कि वह सेहत के लिए कितना खतरनाक है। जानें जैम वास्तव में हेल्दी है कि नहीं।
Bread And Jam Side Effects: बच्चों की डाइट को लेकर हम कुछ ज्यादा ही परेशान रहते है। हर पेरेट्स ये सोच कर टेंशन में आ जाता है कि अपने बच्चे को पोषण में क्या दें जिससे वह हेल्दी रहे। इसी कारण उसे अनहेल्दी खाना जैसे जंकफूड से कोसों दूर रखते है। लेकिन कई बार हम अपने बच्चों को ब्रेकफास्ट में ऐसी चीजों का सेवन करा देते है। जो कि उसके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इस बारें में हम बिल्कुल अनजान होते है। ऐसे ही जैम को ले लीजिए। हम अपने बच्चों क्या खुद भी बढ़े ही चाव के साथ ब्रेड और जैम खाते है। लेकिन आप ये बात नहीं जानते होगें कि वह सेहत के लिए कितना खतरनाक है। जानें जैम वास्तव में हेल्दी है कि नहीं।
होती है इतनी मात्रा में शुगर
आप सोचते है कि जैम फलों से मिलकर बना है। वास्तव में जैमार तैयार करने के लिए फलों को अधिक मात्रा में उबाला जाता है। जिससे उसमें पानी का स्तर कम होने के साथ-साथ पोषक तत्व नष्ट हो जाते है। इसके साथ ही इस में मिठास के लिए अधिक मात्रा में शुगर का यूज किया जाता है। इसीलिए अगर आप ब्रेड में एक चम्मच शुगर लगा रहे है तो समझ सकते है कि आखिर उसमें चीनी कितनी होगी। आपको बता दें कि जैम में 65 प्रतिशत शुगर होती है। (शगुन-अपशगुन के कारण नहीं बल्कि इस कारण फड़कती है आंख, ऐसे पाएं तुरंत निजात)
हो सकते है इन बीमारियों का शिकार
अगर बच्चों को नियमित रूप से जैम खाने की आदत है तो जान लें कि इसके कारण बच्चे मोटे होने के साथ-साथ दिल संबंधी बीमारी का भी शिकार हो सकते है। इसमें अधिक मात्रा में कैलोरी होती है। इसके कारण डायबिटीज की भी समस्या हो सकती है।
घर में बना जैम हो सकता है फायदेमंद
अगर आपने मार्केट से न लाकर घर पर जैम बनाया है तो यह स्ट्रोक, दिल के दौरे और अन्य सभी संभावित हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
रिसर्च के अनुसार जैम खाने से आपको हृदय स्वस्थ, कैंसर से लड़ने वाली एंटीऑक्सीडेंट शक्ति मिलती है। इसके अलावा खई तरह के कैंसर, विशेष रूप से मुंह, पेट और पेट के मलाशय के कैंसर के विकास के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। इसके साथ गी गर्भवती महिलाओं में भ्रूण के विकास के दौरान तंत्रिका ट्यूब दोष, स्पाइना बिफिडा, और एनेस्थली के जोखिम को कम करते हैं।
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