प्रियंका चोपड़ा के मंगेतर निक जोनस को 13 साल की उम्र में हो गया था डायबिटीज, जानें इस खतरनाक बीमारी के बारें में सबकुछ
प्रियंका चोपड़ा ने होने वाले पति निक ने बीमारी को लेकर एक खुलासा किया। जी हां उन्होंने बताया कि मुझे 13 साल की उम्र में डायबिटीज हो गया था। लेकिन अब वो पूरे कंट्रोल में है। यह ट्वीट काफी वायरल भी हो रहा है। इस ट्वीट के अनुसार निक को टाइप-1 डायबिटीज है। जानें इसके बारें में सबकुछ।
हेल्थ डेस्क: प्रियंका चोपड़ा की अमेरिकी सिंगर निक जोनस से 2 दिसंबर को जोधपर पर शादी होने वाली है। इससे पहले ही प्रियंका चोपड़ा ने होने वाले पति निक ने बीमारी को लेकर एक खुलासा किया। जी हां उन्होंने बताया कि मुझे 13 साल की उम्र में डायबिटीज हो गया था। लेकिन अब वो पूरे कंट्रोल में है। यह ट्वीट काफी वायरल भी हो रहा है। इस ट्वीट के अनुसार निक को टाइप-1 डायबिटीज है।
निक जोनस ने अपनी बीमारी की जानकारी देने के साथ अपनी दो फोटो भी शेयर की हैं, जिसमें एक फोटो तब की है जब उन्हें टाइप-1 डायबिटीज का पता चला और एक हाल ही के दिनों में ली गई है। निक ने इस पोस्ट के जरिए बताया कि किस तरह वह उस वक्त से अब तक इस घातक बीमारी का सामना करते हुए एक हेल्दी लाइफ जी रहे हैं।
निक ने अपने फोटो के साथ कैप्शन लिखा, '13 साल पहले मुझे टाइप-1 डायबिटीज के बारे में पता चला। बाई तरफ की फोटो डायबिटीज होने के कुछ हफ्ते बाद की है। मेरा 100 पाउंड वजन कम हो गया था। डॉक्टर के पास जाने से पहले ही मेरे ब्लड शुगर का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ चुका था।' (सारा अली खान को हुआ था PCOS बीमारी, जानें क्या है पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम और लक्षण के साथ इलाज भी )
जानें आखिर किस कारण होती है डायबिटीज और जाने लक्षण के साथ ट्रिटमेंट भी।
बार बार प्यास लगना
डायबिटीज के रोगी को हर समय प्यास और पेशाब जाने की शिकायत रहती है। क्योंकि शरीर से पानी ज्यादा निकलता है इसलिए डायबिटिज के रोगी की पहचान की जा सकती है। (नफीसा अली को हुआ Ovarian Cancer, जानिए क्या है ओवेरियल कैंसर और लक्षण के साथ ट्रिटमेंट)
आंखों से धुंधला दिखना
शरीर में ग्लूकोज की ऊंची मात्रा होने के कारण आंखों से देखने की क्षमता कम हे जाती है। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं कराया जाए तो आंखों की रोशनी पूरी तरह जा सकती है।
वजन घटना
यह सबसे सामान्य लक्षण है। जब ऊर्जा के लिए पर्याप्त ग्लूकोज नहीं मिलता तो वजन कम होने लगता है।
थकावट
चूंकि शरीर शूगर का उपयोग ऊर्जा के लिए नहीं कर पाता इसलिए थकान और कमजोरी महसूस होती है।
हाथों का सुन्न पड़ना
खून में ज्यादा शूगर नर्वस सिस्टम पर असर डालता है जिसके कारण हाथों में सिहरन जैसी स्थिति बन जाती है।
चोट का देरी से ठीक होना
टिश्यू में पानी के असंतुलन होने से चोट या जख्म देरी से भरता है।
त्वचा में रूखापन
पेरीफेरल न्यूपेथी के कारण स्वेट ग्लांड ठीक से काम नहीं करता जिसकी वजह से त्वचा में रूखापन हो जाता है।
भूख ज्यादा लगना
अगर बिना व्यायाम और पर्याप्त खाना खाने के बावजूद भी भूख ज्यादा लगती है तो यह डायबिटिज का एक लक्षण है।
मसूड़ों में सूजन
डायबिटिज शरीर को जर्म से लड़ने की क्षमता को कम कर देता है जिससे जर्म मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं। मुंह से जुड़ी तमाम बीमारियां जैसे कि मसूड़ों में सूजन, जबड़े की हड्डी का कमजोर होना और दांतों के झड़ने जैसी बीमारियां हो जाती है।
ऐसे करें बचाव
अच्छी सेहत के लिए कम से कम 8 घंटे की नींद लेना बहुत ही जरुरी है। अच्छी नींद लेने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।
तनाव किसी भी तरह का हो ये सेहत को नुकसान ही पहुंचाता है। आप अगर डायबिटीज के मरीज हैं तो तनाव लेना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
डायबिटीज को नेचुरली कंट्रोल करने के लिए सबसे बेहतरीन तरीकों में से एक तरीका है भरपूर मात्रा में पानी पीना। जी हां, कई स्टडी में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि पानी पीने से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है। जो लोग भरपूर मात्रा में पानी पीते हैं, उनमें डायबिटीज का खतरा बहुत कम होता है।