हेल्थ डेस्क: मुलेठी एक बहुत ही उपयोगी जड़ीबूटी है। असली मुलेठी अंदर से पीली, रेशेदार एवं हल्की गंधवाली होती है। यह सूखने पर अम्ल जैसे स्वाद की हो जाती है। यह स्वाद में शक्कर से भी मीठी होती है। मुलेठी बड़ी ही गुणकारी औषधि के रूप में उपयोग की जाती है।
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मुलेठी गले की खराश, खांसी, उदरशूल क्षयरोग, श्वासनली की सूजन तथा मिरगी आदि के इलाज में उपयोगी है। लेकिन एक अध्ययन में ये बात सामने आई कि कि प्रेग्नेंसी के समय अधिक मात्रा में मुलेठी का सेवन करना खतरनाक हो सकता है।
एक अध्ययन के अनुसार गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में मुलेठी खाने से बच्चे के दिमाग का विकास प्रभावित हो सकता है।
अध्ययन में कुछ वयस्क लोगों को शामिल किया गया जिनको जिनकी मां ने गर्भवती रहने के दौरान मुलेठी का खूब सेवन किया था। इसके बाद मुलेठी का सेवन करने वाली महिलाओं के बच्चों और अन्य लोगों के एक दिमागी प्रतियोगिता कराई गई। इसमें यह देखा गया कि मुलेठी का सेवन करने वालों का प्रदर्शन अन्य के मुकाबले कम रहा।
इनका सेवन करने वालों के बच्चों पर भी इसका असर देखा गया। ऐसे लोगों की लड़कियों में यौवन अवस्था समय से थोड़ा पहले आरंभ हो गई।
फिनलैंड में हेल्सिंकी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने करीब 13 वर्षों तक 378 युवाओं की आपस में तुलना की। इनमें दो तरह के युवा शामिल थे। एक ऐसे जिनकी मां ने गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में मुलेठी का सेवन किया था तथा दूसरे ऐसे लोग थे जिनकी मां ने मुलेठी का सेवन थोड़ा या फिर बिल्कुल नहीं किया था।
अध्ययन में पाया गया कि गर्भवस्था के दौरान मुलेठी का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने वाली महिलाओं के बच्चों के दिमाग पर बुरा असर होता है और इस बारे में महिलाओं को सूचित किया जाना चाहिए।
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