बर्लिन: रोज एक्सर्साइज करने के फायदों के बारे में हममें से हर कोई जानता है, लेकिन कई लोग इस काम से पूरी तरह मुंह मोड़े रहते हैं। अब एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि नियमित व्यायाम करने से न केवल शारीरिक तंदुरुस्ती बढ़ती है बल्कि मस्तिष्क के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर बढ़ती उम्र में डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) की समस्या पर भी रोकथाम की जा सकती है। कई अध्ययनों में यह बात सामने आ चुकी है कि उम्रदराज लोगों में दिमागी समझ कमजोर होने और स्मृतिक्षय या डिमेंशिया की रोकथाम में शारीरिक व्यायाम लाभकारी हैं।
मस्तिष्क पर शारीरिक सक्रियता के सकारात्मक प्रभाव के बारे में और तथ्य जुटाने के लिए जर्मनी की गोएथे यूनिवर्सटिी फ्रेंकफुर्ट के अनुसंधानकर्ताओं ने 65 से 85 साल के 60 प्रतिभागियों की याददाश्त और मस्तिष्क के मेटाबॉलिज्म पर नियमित कसरत के प्रभावों का अध्ययन किया। अनुसंधानकर्ताओं ने सभी सहभागियों की गतिविधियों के मानदंडों, कार्डियोपल्मरी तंदुरुस्ती और दिमागी प्रदर्शन का मूल्यांकन करके समग्र अध्ययन किया गया। इस अध्ययन के बाद प्रतिभागियों ने 12 सप्ताह की अवधि तक एक सप्ताह में 3 बार एक्सर्साइज बाइक पर कसरत की।
सभी प्रतिभागियों के प्रदर्शन को देखते हुए उस आधार पर 30 मिनट का ट्रेनिंग सेशन तैयार किया गया। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद भी प्रतिभागियों पर अध्ययन कर मस्तिष्क के मेटाबॉलिज्म, ज्ञानात्मक प्रदर्शन और मस्तिष्क के ढांचे पर इस शारीरिक सक्रियता के प्रभावों को जाना गया। अध्ययन का प्रकाशन पत्रिका ‘ट्रांसलेशनल साइकियाट्री’ में किया गया था।
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