World contraception Day: पुरुषों के लिए आ रहे हैं गर्भनिरोध के नए तरीके, जल्द होंगे सबकी पहुंच में
अब जल्द ही मर्द भी औरतों की तरह गर्भ निरोधक गोलियां खाकर परिवार नियोजन अपना सकेंगे।
26 सितंबर को दुनिया भर में गर्भ निरोधक दिवस मनाया जाता है। आमतौर पर गर्भनिरोधक यानी Birth control pill का जिक्र आते ही महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक उपायों की बात होने लगती है लेकिन क्यों सिर्फ महिलाएं ही गर्भनिरोधक अपनाएं। ये जिम्मा पुरुषों के कंधों पर भी होना चाहिए। आइए बात करते हैं पुरुषों के उन आने वाले गर्भनिरोधक उपायों पर जिनका उपयोग करके गर्भधारण से बचा जा सकता है।
गर्भनिरोधक इंजेक्शन
करीब 25 सालों से पुरुषों के लिए एक कारगर हार्मोन गर्भनिरोधक तैयार करने की कोशिश में लगे वैज्ञानिकों को उस वक्त सफलता मिली जब 2016 में ऐसा इंजेक्शन तैयार किया गया जो शुक्राणुओं को निष्क्रिय कर देता है। वैज्ञानिक ऐसा उपाय तलाश रहे थे जिससे शुक्राणु बनने की रफ्तार इतनी धीमी हो जाए कि गर्भधारण न हो और साइड इफेक्ट भी न हों।
डॉक्टर कहते हैं कि मर्दों में शुक्राणु का विकास लगातार होता रहता है। आमतौर पर शुक्राणु बनने की गति 1.5 करोड़ प्रति मिलीलीटर होती है। यदि ये गति 10 लाख प्रति मिलीलीटर से कम कर ली जाए तो गर्भ ठहरना संभव नहीं हो पाता।
2016 में क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म नाम की पत्रिका में इस शोध के बारे में पूरी जानकारी छपी। इसमें कहा गया कि इस इंजेक्शन को जितने पुरुषों पर अपनाया गया, उसमें 96 फीसदी सफलता मिली। छह छह महीने के अंतराल पर दिए गए हॉर्मोंन के इंजेक्शन से पुरुषों में शुक्राणुओं के बनने की रफ्तार 10 लाख मिलीलीटर से कम हो गई।
हालांकि ये इंजेक्शन अपने टेस्ट के अंतिम और निर्णायक दौर में है और जल्द ही इसका व्यवयासीकरण संभव हो सकेगा।
गर्भ निरोधक गोली
पिछले साल मार्च में वैज्ञानिकों ने मर्दों के लिए भी गर्भ निरोधक गोली बनाने में सफलता हासिल कर ली। ये गोली पूरी तरह सुरक्षित है और इसके साइड इफेक्ट नहीं है। इस दवा को डिमेथैनड्रोलोन अनडीकैनोट या DMAU नाम दिया गया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन की प्रोफेसर स्टेफनी पेज ने बताया कि यह गर्भनिरोध की महिला गोली की तरह काम करेगी और इसमें पुरुष हॉर्मोन ऐंड्रोजन और प्रोजेस्टाइन की मिली-जुली गतिविधि होगी।
यह गोली भी जल्द ही बाजार में होगी क्योंकि ये अब प्रीक्लीनिकल टेस्ट के लास्ट स्टेज पर है। इसका सफल परीक्षण हो चुका है। जल्द ही विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश पर इसे आम उपयोग के लिए लाया जा सकता है।
बहरहाल इतना कहा जा सकता है कि जल्द ही ये तरीके मर्दों की जद में होंगे और औरतें गर्भनिरोध की एकमात्र जिम्मेदारी से मुक्त हो सकेंगी।