lymphatic filariasis
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इसकी रोकथाम के लिए फाइलेरिया फ्री इंडिया कार्यक्रम के हिस्से के रूप में 2004 से बड़े पैमाने पर दवा वितरण अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके तहत, स्थानिक जिलों में लगभग 65 प्रतिशत आबादी में दो दवाएं दी जाती हैं- पांच साल तक साल में एक बार डाइएथिल कारबामेजिन साइट्रेट (डीईसी) और अल्बेंडाजोल की गोलियां।
डॉ. अग्रवाल ने कहा, "कई चुनौतियां हैं, जिनके कारण भारत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनिवार्य रूप से एलएफ को खत्म करने के लक्ष्य के करीब पहुंचने में सक्षम नहीं हो पाया है। सभी हितधारकों के बीच अधिक समन्वय की जरूरत है। साथ ही, आवश्यक परिवर्तन लागू करना और लक्ष्य प्राप्ति के लिए टेक्नोलॉजी का भी सहारा लेना।"
ऐसे करें बचाव
डॉ. अग्रवाल ने इसकी रोकथाम के लिए सुझाव देते हुए कहा, "मच्छर के काटने से बचाव रक्षा का सबसे अच्छा तरीका है, जब वाहक अधिक सक्रिय होते हैं, तब सुबह-शाम बाहर जाने से बचें। एक कीटनाशक छिड़की हुई मच्छरदानी के अंदर सोएं, लंबी आस्तीन वाली शर्ट और पतलून पहनें और खुद को कवर करके रखें, तीव्र खुशबू वाला सेंट न लगायें, वह मच्छरों को आकर्षित कर सकता है।"
Latest Lifestyle News