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होठों के कैंसर का इस तरह करें पहचान, जानिए इसके लक्षण

कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का पता अचानक से ही चल पाता है। कैंसर ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण आपके शरीर पर हल्के-हल्के दिखाई देते हैं लेकिन हम इसे मामूली समझकर इग्नोर कर देते हैं। यह ऐसी बीमारी है जो आपके शरीर के किसी भी ऑर्गन पर हो सकती है।

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हेल्थ डेस्क: कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का पता अचानक से ही चल पाता है। कैंसर ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण आपके शरीर पर हल्के-हल्के दिखाई देते हैं लेकिन हम इसे मामूली समझकर इग्नोर कर देते हैं। यह ऐसी बीमारी है जो आपके शरीर के किसी भी ऑर्गन पर हो सकती है। लेकिन आज हम बात करेंगे लिप्स कैंसर के बारे में। आज आपको बताएंगे इसके लक्षण और उपाय।

होठों का कैंसर खतरनाक रोग है। यह मुंह के कैंसर का ही एक प्रकार है। इससे पीडि़त व्‍यक्ति को खाने-पीने में परेशानी हो जाती है। साथ ही इससे सुंदरता पर भी असर पड़ता है। लिप कैंसर सूरज की किरणों में ज्‍यादा समय तक रहने से भी हो सकता है।

यह होठों की कोशिकाओं में फैलने वाला संक्रमण होता है। होठों के कैंसर का शिकार अधिकतर तम्‍बाकू या गुटखे का सेवन करने वाले लोग होते हैं। ऐसे लोग कई बार तम्‍बाकू को होठों के अंदर ही दबाकर सो जाते हैं, जिससे होठों का कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है। होठों या मुंह के कैंसर का जल्द पता नहीं चल पाता। यदि इसका पता चल जाएं तो उपचार आसान होता है। इस लेख के जरिए हम आपको बताते हैं होठों के कैंसर को पहचानने के तरीकों के बारे में।

होठों के कैंसर के लक्षण
इस कैंसर से पीडि़त व्‍यक्ति के होठों पर घाव या जख्‍म बन जाते हैं। अधिकतर यह समस्‍या नीचे के होठ पर होती है। इसका उपचार आसान नहीं होता। इसमें खून भी निकलता है, कुछ लोगों का यह अनुभव बहुत ही दर्दभरा होता है। यह घाव कई बार होठ के अलावा मुंह में अंदर की तरफ बढ़ जाता है, जिससे और ज्‍यादा परेशानी बढ़ जाती है। हालांकि यह समस्‍या अधिकतर नीचे के होठ पर ही होती हैं, लेकिन कई बार यह संक्रमण ऊपर के होठ पर भी फैल जाता है। होठों के कैंसर के अन्‍य लक्षण निम्‍नलिखित है।(International Beer Day 2018: बीयर दारु ही नहीं बल्कि करती है दवा का काम, इन बीमारियों से रखें कोसों दूर)

लिप्स कैंसर के लक्षण

दांतों का ढीला हो जाना

होठों से या उसके आस-पास से खून निकलना

सूजन के साथ होठों में दर्द रहना

आवाज का अचानक बदल जाना

गले और मुंह में दर्द रहना

किसी चीज को खाने या पीने में परेशानी होना

होठों पर लाल रंग के दाग या सफेद चकते हो जाना

चबाते या बोलते समय, जीभ हिलाते समय परेशानी होना

कान में दर्द या गले में घाव होना

होठों के कैंसर के कारण

ओरल सेक्‍स करने से होठों का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।

सूर्य की किरणों में ज्‍यादा समय तक रहने से भी होठों का कैंसर हो सकता है।

तम्‍बाकू और गुटखे का सेवन करने वालों को होठों का कैंसर होने का खतरा बना रहता है।

धूम्रपान के कारण भी होठों का कैंसर होता है। पाइप से धूम्रपान जैसे हुक्‍का आदि पीने वालों का यह समस्‍या ज्‍यादा होती है।

शराब का सेवन भी होठों के कैंसर का कारण होता है।(Monsoon Tips: इस मौसम में खा सकते हैं दही लेकिन साथ ही इन बातों का जरूर रखें ख्याल)

कैसे होती है जांच
किसी चिकित्‍सक के यहां जाने पर वह आपके होठों के घावों और जख्‍मों की जांच करता है। ऐसे में वह आपसे यह जानकारी करता है कि पिछले कितने समय से आप इस समस्‍या से ग्रस्‍त है। आपके होठों पर जख्‍म होने का कारण कुछ नया खाने, चुंबन करने या फिर कोई दवाई भी हो सकती है। यदि यह कैंसर नहीं है तो आपकी यह समस्‍या कुछ ही दिनों में दवाई के सेवन से ठीक हो जाएगी।

होठों के कैंसर से कैसे बचें
होठों के कैसर यानी लिप कैंसर से बचाव का सबसे अच्‍छा तरीका यह है कि तम्‍बाकू और गुटखे के सेवन के साथ ही धूम्रपान करने से बचा जाएं। प्रचुर मात्रा में फल और सब्‍जी खाने से लिप कैंसर होने का खतरा कम रहता है।(शरीर पर पड़े मामूली सा पानी भरा हुए दाने हो सकते है 'हर्पीज जॉस्टर', जानें लक्षण, कारण और इलाज)

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