आप रात को लाइट जलाकर तो नहीं सोते, अगर हां तो जरुर पड़ें ये खबर
ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों की तुलना में बड़े शहरों के लोग तीन से चार गुना अधिक रात के प्रकाश में रहते हैं। जिसके कारण शहरी लोगों की नींद ज्यादा प्रभावित रहती है।
हेल्थ डेस्क: कई लोगों की आदत होती है कि रात को लाइट जलाकर ही सोते है। जिसके कारण दूसरे को सोने में समस्या होती है। इतना ही नहीं अगर आप अपने कमरें की लाइट बंद करके भी सोते है तो स्ट्रीट लाइट या फिर आपके आस-पड़ोस में भी काफी उजाला होता है। जिसके कारण आपको ठीक से नींद नहीं आती है। जिसके कारण आपके कार्यक्षमता में असर पड़ता है। हाल में ही एक शोध हुआ जिसमें ये बात निकलकर सामने आई।
कहा हुआ ये शोध
कनाडा के वेंकुवर में 68वें अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी ने इस शोध को प्रस्तुत किया जो रात में रोशनी से नींद प्रभावित होने के बारे में की गई है। कैलीफॉर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मौरिस ओहैयन ने बताया कि हमारी दुनिया 24 घंटे काम करने वाला समाज बन गया है। हम बाहर खूब उजाला रखते हैं जैसे स्ट्रीट लाइटों के माध्यम से ताकि हमें कामकाज में आसानी हो और सुरक्षा का मसला भी है। चिंता की बात यह है कि हमने अपने आसपास अंधेरे के आवरण को कम कर दिया है जिससे हमारी नींद प्रभावित हो रही है।
इन लोगों की नींद सबसे ज्यादा प्रभावित
ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों की तुलना में बड़े शहरों के लोग तीन से चार गुना अधिक रात के प्रकाश में रहते हैं। जिसके कारण शहरी लोगों की नींद ज्यादा प्रभावित रहती है।
इतने लोगों पर किया गया शोध
इस शोध के लिए 15 हजार 863 लोगों का फोन द्वारा 8 सालों तक सर्वेक्षण किया गया, जिसमें निद्रा से जुड़ी आदतों और नींद की गुणवत्ता जैसे सवाल किए गए थे। निष्कर्षों के अनुसार, कम प्रकाश में रहने वाले लोगों की तुलना में जो लोग अधिक प्रकाश में रहते थे वह नींद की कमी से ग्रसित थे।
पड़ता है ये असर
नींद में असर पड़ने के कारण कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं इससे हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर जैसी समस्या भी हो जाती है।