नई दिल्ली: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी यानी घुटना प्रत्यारोपण कराने जा रहे मरीजों के लिए अच्छी खबर आई है। केंद्र सरकार ने नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए इस्तेमाल होने वाले डिवाइस के दाम कर दिए है। इस सर्जरी में सबसे ज्यादा क्रोमियम कोबाल्ट नी इम्प्लांट का यूज किया जाता है। जिसकी कीमत 1.5 लाख रुपए देना होता था, लेकिन अब इसकी कीमत 54720 रुपए तय की गई है। इन कीमतों को तुरंत लागू करने का निर्देश दिया गया है।
शल्य चिकित्सकों ने भारतीय इम्प्लांटों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने का प्रयास किए जाने की बात भी कही जिससे विदेशों से आयातित इम्प्लांटों पर से निर्भरता कम हो सके। रिप्लेसमेंट शल्य चिकित्सकों ने कहा कि रिप्लेसमेंट के कुल खर्च पर भी निगरानी रखनी चाहिए और इसके खर्च को अन्य कारणों से बढ़ाया नहीं जाना चाहिए।
जीवनशैली में परिवर्तन और मोटापा बढ़ने के कारण आर्थराइटिस एवं ओस्टियो आर्थराइटिस आज न केवल अधिक उम्र के लोगों में, बल्कि युवकों में भी घुटने एवं जोड़ों की आर्थराइटिस की समस्या बढ़ रही है। इससे 65 साल से कम उम्र के लोगों में भी घुटने एवं अन्य जोड़ को बदलवाने के आपरेशन अधिक हो रहे हैं।
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हर साल कम से कम डेढ़ लाख लोग नी इम्प्लांट कराते है। अब कीमत कम होने से कम से कम 1500 करोड़ रुपए की बचत होगी। अब इसका फायदा सीधे मरीजों को मिलेगा।
इससे पहले हार्ट सर्जरी की कीमत में भूी 85 प्रतिशत गिरावट आई थी। जिसके कारण नपीपीए ने स्टेंट की कीमतें 85 फीसदी तक कम कर दी थीं। बेयर मेटल स्टेंट की कीमत 7260 रुपए और ड्रग इल्यूटिंग स्टेंट की कीमत 29,600 रुपए तय की गई।
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