किडनी में है पथरी तो शरीर में दिखेंगे ये बदलाव
खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से किडनी और लीवर पर इसका बुरा असर पड़ता है। खासकर किडनी पर इसका ज्यादा असर पड़ता है क्योंकि किडनी शरीर के ब्लड को साफ करने का काम करती है।
नई दिल्ली: खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से किडनी और लीवर पर इसका बुरा असर पड़ता है। खासकर किडनी पर इसका ज्यादा असर पड़ता है क्योंकि किडनी शरीर के ब्लड को साफ करने का काम करती है। और जब आप खराब खाना खाते हैं तो इसका पूरा असर किडनी पर पड़ती है। खासकर अगर आप ज्यादा मसालेदार खाना खाते हैं ते आपके किडनी में पत्थर होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। आइए जानते हैं किडनी के पथरी के बारे में और इससे शरीर पर होने वाले बदलाव के बारे में।
आजकल पथरी रोग लोगों में एक आम समस्या बनता जा रहा है। इस समस्या के पीछे काफी हद तक जीनवशैली से जुड़ी अनियमितताएं ज़िम्मेदार होती हैं जैसे, ग़लत खान-पान व जरुरत से कम पानी पीने से भी किडनी की पथरी का निर्माण होता है। किडनी की पथरी सबसे अधिक होती है, जिसके प्रारंभिक चेतावनी संकेत भी हमें मिलते हैं। इस समस्या से बचने के लिए सबसे ज़रूरी होता है इन संकेतों को पहचानना और समय से इसका उपचार कराना। तो चलिये जानते हैं क्या हैं किडनी की पथरी के ये प्रारंभिक चेतावनी संकेत।
दरअसल किडनी की पथरी एक रोग है जिसमें किडनी के अन्दर छोटे-छोटे पत्थर जैसी कठोरता बन जाती हैं, जिन्हें पथरी कहा जाता है। आमतौर पर यह ये पथरियां 'टॉयलेट के रास्ते शरीर से बाहर निकाल दी जाती हैं। कई लोगों में पथरियां बनती हैं और बिना अधिक तकलीफ के निकल भी जाती हैं, लेकिन यदि पथरी बड़ी हो जाए तो ये पेट में दिक्कत उत्पन्न कर देती है। इस स्थिति में आपके अंग के आसपास असहनीय दर्द होता है। मधुमेह रोगियों में को किडनी की पथरी होने की ज्यादा सम्भावना रहती है।
क्या होती है पथरी
विशेषज्ञों के अनुसार, पथरी का कारण अधिकतर किडनी में कुछ खास तरह के साल्ट्स का जमा हो जाना होता है। इसमें सबसे पहले स्टोन का छोटा खंड (निडस) बनता है, जिसके चारों ओर सॉल्ट जमा होता रहता है। पुरुषों में महिलाओं की तुलना में पथरी होने की आशंका ज़्यादा होती है। इसके पथरी के कई जेनेटिक कारण, हाइपरटेंशन, मोटापा, मधुमेह और आंतों से जुड़ी कोई अन्य समस्या भी हो सकती हैं।
गुर्दे की पथरी के लक्षण
किडनी की पथरी से पीठ या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द हो सकता है, जो कुछ मिनटो या घंटो तक बना रह सकता है। इसमें दर्द के साथ जी मिचलाने तथा उल्टी की शिकायत भी हो सकती है। यदि टॉयलेट संबंधी प्रणाली के किसी भाग में इंफेक्शन है तो इसके लक्षणों में बुखार, कंपकंपी, पसीना आना, पेशाब आने के साथ-साथ दर्द होना आदि भी शामिल हो सकते हैं मूत्र में रक्त भी आ सकता है। चलिये विस्तार से जानें इसके संकेत।
लगातार और दर्द के साथ पेशाब आना
गुर्दे की पथरी से पीड़ित लोग अक्सर लगातार या दर्द के साथ पेशाब आने की शिकायद करते हैं। ऐसा तब होताहै जब गुर्दे की पत्थरी मूत्रमार्ग में मूत्राशय से चली जाती है। ये स्थआनांतरण बेहद दर्दनाक होता है और यह अक्सर मूत्र पथ के संक्रमण (यूरिनरी ट्रेक्ट इंफैक्शन) का कारण भी बनता है।(सिर्फ औरतों को ही नहीं पुरूषों को भी होता है स्तन Cancer, ये हैं लक्षण भूल से भी न करें इग्नोर)
पीठ दर्द
गंभीर दर्द होना किडनी की पथरी से पीड़ित लोगों के लिए एक आम समस्या है, विशेषकर कमर और कमर के निचले हिस्से में (ठीक पसलियों के नीचे जहां किडनी स्थित होते हैं)। दर्द पेट के निचले हिस्से से पेट और जांध के बीच के भाग में जा सकता है। यह दर्द तीव्र होता है और तंगों की तरह उठता है।(पेट के Fat को जल्दी करना है कम, तो दालचीनी में मिलाएं ये खास चीज)
पेशाब में खून
किडनी की पथरी से पीड़ित लोगों का मूत्र अक्सर गुलाबी, लाल या भूरे रंग का आना लगता है। जैसा कि स्टोन के बढ़ने और मूत्रमार्ग ब्लॉक हो जाता है, किडनी में पथरी वाले लोगों के मूत्र में रक्त के टिग्नेस आ सकते हैं।