हाथ-पैर क्यों हो जाते है सुन्न? कहीं इस खतरनाक बीमारी के लक्षण तो नहीं
अगर हाथ-पैर सुन्न होने की समस्या आपको कभी कभार हो जाएं, तो कोई बात नहीं। लेकिन ये समस्या आपका पीछा नहीं छोड़े रही है, तो आपको थोड़ा सावधान होने की जरुरत है। जानिए आखिर किस कारण आपके हाथ-पैर हो जाते है सुन्न।
हेल्थ डेस्क: आज के समय में हर किसी की लाइफस्टाइल बहुत ही खराब है। अनियमित खानपान और दिनचर्या के कारण कब किसकों कौन सी बीमारी जकड़ लें कुछ कहा नहीं जा सकता है। हम इतने बिजी हो चुके है कि शुरुआत में किसी भी बीमारी के संकेत को गंभीरता से नहीं लेते है। जब वह बीमारी बढ़ जाती है, तो हम डॉक्टर के पास जाते है। जो कई बार आपके लिए जानलेवा बन जाता है।
इन्हीं बीमारी से एक बीमारी है। कि बैठे-बैठे हाथ-पैर सुन्न हो जाना। जिसे हम हाथ-पैर का सोना भी कहते है। इतना ही नहीं सुन्न हाथ या पैर में झनझनाहट, जलन, तेज दर्द और कमजोरी भी महसूस होती है। यह बहुत ही आम समस्या है और हम में से लगभग सभी को कभी-कभी इसका अनुभव होता है।
अगर ये समस्या आपको कभी कभार हो जाएं, तो कोई बात नहीं। लेकिन ये समस्या आपका पीछा नहीं छोड़े रही है, तो आपको थोड़ा सावधान होने की जरुरत है। जानिए आखिर किस कारण आपके हाथ-पैर हो जाते है सुन्न।
डायबिटीज होना
आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि एक तिहाई लोगों को डायबिटीज के कारण हाथ-पैर सुन्न हो जाता है। इसलिए अगर आपके साथ अक्सर हो जाता है, तो एक बार जरुर डायबिटीज चेकअप करा लें।
थायरॉइड
शरीर में थायरॉइड की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो या कम, दोनों ही सूरतों में यह परेशान करता है। इससे थकावट होने लगती है, वजन बढ़ने लगता है, बाल गिरने लगते हैं और हाथ पैर सोने लगते हैं। इस बीमारी के बारें में ब्लड टेस्ट के द्वारा पता किया जा सकता है।
विटामिन B12 की कमी
सामान्यता आपने देखा होगा कि आपके एक हाथ या पैर सुन्न होता है। लेकिन अगर आपके दोनों हाथ या पैर सुन्न हो जाएं, तो समझ लें कि आपके शरीर में विटामिन बी12 की भारी कमी है। इसलिए ब्लड टेस्ट कराकर ये जान सकते है। जिसके बाद आप विटामिन सप्लीमेंट ले सकते है।
ऑक्सीजन की कमी
आमतौर पर हाथ-पैक सुन्न होना बड़ी बात नहीं है लेकिन आपके साथ अक्सर ऐसा हो जाता है, तो इसका मतलब हो सकता है कि आपके बैठे-बैठे कोई नस दब गई हो। जिसके कारण वहां ऑक्सीजन न पहुंच पाई हो। जिसके कारण आपके हाथ-पैर सुन्न हो जाता है। इसके लिए सुन्न जगह को तुरंत हिलाएं-ढुलाएं वो सही हो जाएगा।
अधिक काम या टाइपिंग के कारण
आज के समय में अधिकरत लोग दिनभर कंप्यूटर के सामने बैठ कर टाइप करना होता है, तो इससे आपकी कलाई की नस पर बुरा असर पड़ सकता है और नतीजा कार्पल टनल सिंड्रोम के रूप में दिखता है। हाथ का सोना इस बीमारी का पहला संकेत है। इसके बारें में आप अल्ट्रासाउंड करा कर पता कर सकते है।
सर्वाइकल
गर्दन में रीढ़ की हड्डी के खराब होने से आस पास की नसों पर दबाव बनता है। ऐसे में सर्वाइकल की समस्या शुरू हो जाती है। इससे भी हाथ पैर सोने लगते हैं। इसके बारें में एमआरआई या फिर सीटी स्कैन से जान सकते है।
हाथ-पैर ज्यादा सुन्न होने पर करें डॉक्टर से संपर्क
आज के समय में थोड़ा सा क्या समस्या हुई कि हम खुद की डॉक्टर बन जाते है। इसलिए किसी भी रिजल्ट में पहुंचने से पहले एक बार डॉक्टर से जरुर संपर्क करें। जो आपको सही बीमारी के बारें में बता सकता है।