ऋतिक के पापा राकेश रोशन को हुआ गले का कैंसर, जानें क्या है ये बीमारी, लक्षण और इलाज
हाल ही में राकेश रोशन के गले में स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (Squamous Cell Carcinoma) से पीड़ित होने का पता चला है जिसमें सेल्स की ग्रोथ असामान्य रूप से बढ़ जाती है।जानें इस बीमारी के बारें में सबकुछ।
हेल्थ डेस्क: अभिनेता-फिल्म निर्माता राकेश रोशन को प्रारंभिक चरण का कैंसर है। हाल ही में उनके गले में स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (Squamous Cell Carcinoma) से पीड़ित होने का पता चला है जिसमें सेल्स की ग्रोथ असामान्य रूप से बढ़ जाती है। उनके बेटे ऋतिक रोशन ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उनकी सर्जरी मंगलवार को होगी। रितिक ने इंस्टाग्राम पर जिम में वर्कआउट के दौरान अपने पिता के साथ एक तस्वीर पोस्ट की। इसमें दोनों एक ही पोज में नजर आ रहे हैं।
इसके साथ उन्होंने लिखा, "मैंने आज सुबह डैड से पिक्चर के लिए पूछा, मुझे पता था कि वो सर्जरी के दिन भी एक्सरसाइज करना नहीं छोड़ेंगे। वह काफी मजबूत हैं।"
उन्होंने आगे लिखा, "हाल ही में उनके गले में स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा से पीड़ित होने का पता चला। आज वह अपनी जंग शुरू करने जा रहे हैं, लेकिन फिर भी वह ऊर्जा से भरपूर हैं। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे परिवार को उनके जैसा लीडर मिला।"
रितिक की बहन सुनैना रोशन भी कैंसर पीड़िता रह चुकी हैं। (अलविदा 2018: साल 2018 में कैंसर का रहा बोलबाला, ये सिलेब्स हुए इस जानलेवा बीमारी के शिकार )
कई शानदार फिल्मों में अभिनय के अलावा राकेश रोशन को 'किसन कन्हैया', 'करण अर्जुन', 'कहो ना .. प्यार है', 'कोई .. मिल गया' और सुपरहीरो 'कृष' जैसी फिल्म सीरीज के निर्देशन के लिए जाना जाता है। (35 साल से कम उम्र की महिलाएं तेजी से हो रही है ब्रेस्ट और गर्भाशय कैॆंसर की शिकार, जरुर कराएं ये टेस्ट )
क्या होता है गले का कैंसर
यह एक कैंसर का प्रकार है। कैंसर बीमारियों का एक वर्ग है जिसमें असामान्य कोशिकाएं शरीर में कई गुना बढ़ जाती हैं और अनियंत्रित रूप से विभाजित होती हैं। ये असामान्य कोशिकाएं जब वृद्धि करती हैं तो ये ट्यूमर का निर्माण करती हैं। गले का कैंसर वॉइस बॉक्स, वोकल कॉर्ड्स और गले के अन्य भागों जैसे टॉन्सिल और ऑरोफरीनक्स के कैंसर को बढ़ावा देता है। गले के कैंसर को अक्सर दो श्रेणियों में बांटा जाता है: ग्रसनी का कैंसर और स्वरयंत्र का कैंस
क्या होता है स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा
स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा ऑफ थ्रोट गले का कैंसर का होता है। यह टॉन्सिल से जुड़ा कैंसर है जो ज्यादातर पुरुषों को होता है। पश्चिम यूरोप के देशों जैसे फ्रांस में इसके मामले अधिक देखे जाते हैं। इसका मुख्य कारण अधिक अल्कोहल लेना और स्मोकिंग करना है।
गले के कैंसर के प्रकार
- स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा
- एडनोकार्सिनोमा
- ग्रसनी का कैंसर
- स्वरयंत्र का कैंसर
गले में कैंसर होने के लक्षण
अपने गले के कैंसर के शुरुआती लक्षणों की बात करें को इसके लक्षण पता करना थोड़ा मुश्किल है। आपको इन लक्षणों में से कोई एक नजर आ सकता है।
- गर्दन में सूजन लिम्फ नोड्स
- घरघराहट
- कान का दर्द
- गला बैठना
- आवाज में बदलाव
- वजन घटाना
- गले में खराश
- निगलने में परेशानी (डिस्फेजिया)
- लगातार खांसी (खून खांसी हो सकती है)
गले में कैंसर होने के कारण
आपको बता दें कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों को गले के कैंसर होने का खतरा सबसे अधिक होता है। हमारी लाइफस्टाइल की कुछ खराब आदते इस खतरनाक बीमारी का कारण बन जाता है। यह मुख्य रुप से स्मोकिंग, अधिक शराब पीने, खराब पोषण, खराब दांत या फिर अनुवांशिक सिंड्रोम भी हो सकता है।