वजन कम करने के 3 असरदार डाइट जो आपने शायद ही आज से पहले किया होगा फॉलो
वजन घटाने वालों की तादाद पुरे विश्व में इतनी ज्यादा है कि उसी रफ्तार से वजन कम करने के तरीके भी बढ़ रहे हैं। ध्यान देने वाली ये है कि इनमें से कितने तरीके कारगर हैं। अगर आप उन डाइट पर हैं तो क्या आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है और आपके शरीर के अनुकूल है या नहीं।
वजन घटाने वालों की तादाद पुरे विश्व में इतनी ज्यादा है कि उसी रफ्तार से वजन कम करने के तरीके भी बढ़ रहे हैं। ध्यान देने वाली ये है कि इनमें से कितने तरीके कारगर हैं। अगर आप उन डाइट पर हैं तो क्या आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है और आपके शरीर के अनुकूल है या नहीं। इन सवालों को ढूढ़ने के बजाय लोग आंख बंद करके डाइट फॉलो करने लगते हैं। नए वेट लॉस डाइट आमतौर पर आते हैं, जाते हैं और ट्रेंड में रहने वाले डाइट अच्छे परिणाम का वादा करते हैं। बहरहाल, आज हम कुछ नए वेट लॉस डाइट बताने जा रहे हैं जो संभवता अच्छा परिणाम देने के वादे के साथ आपकी जिज्ञासा को शांत करेंगे।
पेगन डाइट
यह आहार शाकाहारी और पैलियो डाइट का एक संयोजन है। शाकाहारी आहार में पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं। शाकाहारी लोगों को बहुत सारे विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट, फाइबर और स्वस्थ वसा मिलते हैं। हालांकि, आहार में बी 12, आयरन, जिंक, कॉपर और विटामिन डी की कमी होती है।वहीं, पैलियो डाइट में अधिक मांस और खा सकते हैं।हालांकि, इस डाइट में फाइबर और अतिरिक्त प्रोटीन की कमी होती है।इस डाइट में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों भोजन खा सकते हैं इसलिए ये बेस्ट है।
पेगन उन खाद्य पदार्थों पर जोर देता है जो हमारे रक्त शर्करा (ब्लड शुगर ) को नहीं बढ़ाते हैं, और जिसमें ताजी सब्जियां और फल, स्वस्थ प्रोटीन और वसा शामिल हैं। ये डाइट इस सिद्धांत पर आधारित है कि चीनी और डेयरी का सेवन कभी-कभी ही किया जा सकता है। अधिक हरी सब्जी खाएं, आपकी प्लेट में संजीयन अधिक हो बाकि मांस को साइड डिश होना चाहिए । इसमें केवल स्वस्थ वसा जैसे नट्स, बीज, जैतून का तेल, नारियल तेल, मछली, अंडे, एवोकैडो आदि का सेवन करें। अनाज और बीन्स को सीमित खाया जाना चाहिए।
नोट: यह आहार निश्चित रूप से वजन घटाने और अच्छे स्वास्थ्य में मदद करता है। हालांकि, शाकाहारियों के लिए मुश्किल हो सकता है क्योंकि कोई डेरी उत्पाद का सेवन नहीं कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप प्रोटीन की कमी हो सकती है।
रॉ फूड डाइट
ये डाइट उनप्रोसेस्सेड और बिना पके खाद्य पदार्थ खाने पर केंद्रित है। इसका आधार ये है कि पके और प्रोसेस्ड फूड रसायनों से भरे होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। आहार में कच्चे फल और सब्जियां, नट्स, और बीज शामिल हैं। मछली, अंकुरित अनाज, कुछ मीट, और कच्चे डेयरी उत्पाद भी कभी-कभी आहार में शामिल कर सकते हैं।
फायदे: इस आहार का दावा है कि कच्चे खाने से फाइबर की उपस्थिति के कारण कैंसर की रोकथाम से लेकर पाचन में सुधार तक के लाभ होते हैं। कच्चे खाद्य पदार्थ अधिक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और इसलिए सी और बी जैसे विटामिन की हानि को रोक सकते हैं।
नुकसान: इसमें विटामिन डी, आयरन, ओमेगा -3 फैटी एसिड और कैल्शियम की कमी होती है। इसके अलावा, कच्चे खाने में प्रोटीन और विटामिन B12 की कमी हो सकती है। खाना पकाने से कुछ बैक्टीरिया मर जाते हैं और हमारे भोजन को सुरक्षित बनाते हैं। कच्चे भोजन से सूजन और गैस हो सकती है।