International Yoga Day 2018: उष्ट्रासन करने से होते हैं कई फायदे, ये आसन करते हुए इन सावधानियों का रखें ख्याल
स्वस्थ और निरोग रहने के लिए दिनचर्या में एक्सरसाइज और योग को शामिल करना बहुत जरूरी है। आज हम आपको उष्ट्रासन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे करने से आपकी कई हैल्थ प्रॉब्लम दूर हो जाएगी। उष्ट्रासन शब्द का मतलब 'उष्ट्र' यानि ऊंट होता है। इस आसन में शरीर ऊंच की तरह लगता है।
हेल्थ डेस्क: 21 जनवरी 2018 को पूरा देश अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाएगा। योग ने पूरी दुनिया में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है। स्वस्थ और निरोग रहने के लिए दिनचर्या में एक्सरसाइज और योग को शामिल करना बहुत जरूरी है। आज हम आपको उष्ट्रासन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे करने से आपकी कई हैल्थ प्रॉब्लम दूर हो जाएगी। उष्ट्रासन शब्द का मतलब 'उष्ट्र' यानि ऊंट होता है। इस आसन में शरीर ऊंच की तरह लगता है।
सेहत के लिए यह योगासन बहुत फायदेमंद होता है। इससे आप वजन बढ़ने से लेकर डायबिटीज जैसी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। इसके अलावा यह आपके मन को शांत भी रखता है। तो चलिए जानते हैं इस योगासन को करने का सही तरीका और इसके कुछ फायदे।
उष्ट्रासन करने का तरीका
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप फर्श पर घुटनों के बल बैठ जाएं। इस बात का ध्यान रखें कि जांघों तथा पैर एक साथ हो और पंजे पीछे की ओर फर्श पर हो। घुटनों तथा पैरों के बीच करीब एक फुट की दूरी रखें। इसके बाद आप अपने घुटने पर खड़े होकर हो जाएं और सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें।
अब दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर तथा बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखें। ध्यान रहे कि पीछे झुकते समय गर्दन को झटका न लगे। इसके बाद जांघों से फर्श पर समकोण बनाते हुए सिर पीछे को पीछे की ओर झुका लें। शरीर का वजन बांहों तथा पांवों पर समान रूप से होना चाहिए। अब धीरे धीरे सांस ले और धीरे धीरे सांस छोड़े। फिर लंबी गहरी सांस छोड़ते अपनी सामान्य स्थिति में आ जाएं। आप इस आसन को 5-7 बार कर सकते हैं।
उष्ट्रासन योग के फायदे
इस आसन को करने से आप अपनी पेट की चर्बी को तेजी से कम करने के साथ बढ़ते वजन को भी कंट्रोल कर सकते हैं। इस आसन को सही ढ़ग और नियमित रूप से करने पर आपको कुछ समय ही फर्क दिखने लगेगा।
अगर आप डायबिटिक पेशेंट है तो यह योग आपके लिए बहुत फायदेमंद है। इस आसन को करने से आप डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। यह योग आपके पैंक्रियास को उत्तेजित करके इंसुलिन के स्राव में मदद करता है, जिससे डायबिटीज कंट्रोल में रहती है।
फेफड़ों को स्वस्थ और बीमारियों ये बचाने के लिए यह बिल्कुल परफेक्ट आसन है। इस आसन को नियमित रूप से करने पर फेफड़े से संबंधित परेशानियां दूर रहती है।
अगर आपको बहुत अधिक गुस्सा आता है तो आप इस योग को करें। इस योगाभ्यास से आपका गुस्सा शांत होगा और आप दिमागी प्रॉब्लम से भी बचे रहेंगे।
आंखों की रोशनी बढ़ाने या इससे जुड़ी किसी भी प्रॉब्लम को दूर करने के लिए भी यह आसन बहुत फायदेमंद होता है।
पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए अलावा यह योग करने से आपके घुटनों का दर्द भी दूर होता है।
स्लिप डिस्क और साइटिका की प्रॉब्लम होने पर किसी एक्सपर्ट के सामने इस आसन को करें। आपकी समस्या दूर हो जाएगी। इसके अलावा यह आसन महिलाओं में पीरियड्स दर्द की प्रॉब्लम को भी दूर करता है।
उष्ट्रासन योग में इन बातों का रखें ध्यान
उच्च रक्तचाप या हृदय रोग होने पर इस आसन को न करें।
हर्निया से ग्रस्त व्यक्तियों को यह आसन नहीं करना चाहिए।
अधिक कमर दर्द में भी इस आसन को करना खतरनाक हो सकता है।