शरीर में दिखें ये संकेत जो समझ लें कि बढ़ गया है कोलेस्ट्रॉल, बन सकता है स्ट्रोक, हार्ट अटैक का कारण
उच्च कॉलेस्ट्रॉल होने के कारण किसी भी व्यक्ति को स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ने की संभावना कई हद तक बढ़ गई है। जानें उच्च कोलेस्ट्राल के बारे में सबकुछ।
कॉलेस्ट्रॉल एक प्रकार का लुब्रीकेंट होता है। जिसे मुख्यतौर में लिवर की हेल्प से बनाया जाता है। कोलेस्ट्राल का काम होता है ऐपके शरीर में हॉर्मोन्स को कंट्रोल करना। इसके अलावा सूर्य द्वारा मिली रोशनी को कोलेस्ट्राल विटामिन डी में बदलने में मदद करता है। आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और धूम्रपान के कारण हाई कोलेस्ट्राल होने की समस्या सबसे अधिक देखी गई है। उच्च कॉलेस्ट्रॉल होने के कारण किसी भी व्यक्ति को स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ने की संभावना कई हद तक बढ़ गई है। जानें उच्च कोलेस्ट्राल के बारे में सबकुछ।
कोलेस्ट्रॉल का स्तर
सामान्य
Low-density lipoprotein (LDL):130 एमजी/डीएल से कम
असामान्य
Low-density lipoprotein (LDL): 160 एमजी/डीएल से ज्यादा
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उच्च कोलेस्ट्राल के लक्षण
हाई कोलेस्ट्राल का अपना कोई लक्षण नहीं होता है। हालांकि ब्लड चेकअप के द्वारा इसके बारे में पता चल सकता है। इसके अलावा इन बीमारियों के कारण भी आपको हाई कोलेस्ट्राल की समस्या हो सकती है।
- हाई ब्लड प्रेशर
- सिगरेट
- लगातार वजन बढ़ना
- कई बार ये पीढ़ी दर पीढ़ी तलता रहता है। जिसे अनुवांशिक बीमारी कहते है। जिन लोगों को यह रोग होता है उनके कोलेस्ट्राल का लेवल 300 मिलीग्राम/डीएल या इससे अधिक हो सकता है। इतना अधिक कोलेस्ट्राल होने के कारण कई बार स्किन में पीले रंग के चकत्ते भी पड़ने लगते है।
- स्ट्रोक
- हार्ट अटैक
- हार्ट रोग
- डायबिटीज
- पलकों पर पीले रंग की ग्रोथ
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हाई कोलेस्ट्राल होने का कारण
अधिक सैचुरेटेड फैट (मीट, दूध, अंडे, मक्खन और पनीर), ट्रांस फैट(तले हुए पदार्थ और पैकेड फूड्स) और अधिक कोलेस्ट्राल खाने से भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
कोई एक्सरसाइज न करने के कारण
अनुवांशिक
स्मोकिंग
कई बार कुछ दवाईयों के कारण भी कोलेस्ट्राल उच्च हो जाता है।
हाई कोलेस्ट्राल का टेस्ट
अगर आपको लगता है कि आपको कोलेस्ट्राल बढ़ा हुआ है तो इसके लिए आप लिपिड प्रोफाइल नामक टेस्ट करा सकते है। इशमें आपके गुड कोलेस्ट्राल के साथ अलावा हाई कोलेस्ट्राल के बारे में आ जाएगा।