अल्जाइमर रोग से करना है बचाव, तो करें इस फल का सेवन
अल्जाइमर का डर हर किसी में होता है। इससे ग्रस्त होने पर इंसान अपना मानसिक संतुलन खो देता है। ये बीमारी व्यस्क बच्चों में भी सामान्य है। वैसे तो अल्जाइर का संबंध जीन से होता है।
हेल्थ डेस्क: आम तौर पर माना जाता है कि अल्जाइमर बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। यह बूढ़ापे का एक आम तथ्य है, यह बीमारी आपके पूरे जीवन को अस्त-व्यस्त कर देगी।
ये भी पढ़े-
- ...तो इस कारण महिलाएं हो जाती है जल्दी बूढ़ी
- करियर में पाना चाहते है मनचाही सफलता, तो करें इन चीजों का सेवन
- सावधान! आपका ब्रेकफास्ट है सबसे ज्यादा अनहेल्दी, जानिए कैसे
अल्जाइमर का डर हर किसी में होता है। इससे ग्रस्त होने पर इंसान अपना मानसिक संतुलन खो देता है। ये बीमारी व्यस्क बच्चों में भी सामान्य है। वैसे तो अल्जाइर का संबंध जीन से होता है, पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि अन्य कारणों से भी व्यक्ति अल्जाइमर की चपेट में आ सकता है। इनके कई और कारण भी हो सकते है जैसे कि पोषण, शिक्षा, मधुमेह, मानसिक गतिविधि और शारीरिक समस्या आदि।
अगर आपके घर में भी किसी को इस तरह की समस्या है, तो आप अंगूर खाकर इस समस्या से निजात पा सकते है। रोजाना अंगूर खाने से अल्जाइमर रोग से बचाव होता है। एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। अल्जाइमर मस्तिष्क से संबंधित एक बीमारी है, जिसमें याददाश्त तथा सीखने की क्षमता का क्षय होता है।
लॉस एंजिलिस के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया में अध्ययन के प्रमुख जांचकर्ता डैनियल सिल्वरमैन ने कहा, "अध्ययन इस बात का पता करने के लिए किया गया कि पृथक यौगिकों की तुलना में अंगूर का क्या प्रभाव पड़ता है और रोजाना आधार पर अंगूर के सेवन का प्रभाव अल्जाइमर रोग से संबंधित बीमारी पर क्या प्रभाव पड़ता है।"
सिल्वरमैन ने कहा, "पायलट अध्ययन इस बात का साक्ष्य प्रदान करता है कि अंगूर का सेवन मस्तिष्क व हृदय को स्वस्थ रखने में कारगर है, हालांकि अध्ययन के निष्कर्ष के लिए और अधिक अध्ययन की जरूरत है।"
अध्ययन के निष्कर्ष के मुताबिक, अंगूर चयापचय गतिविधियों में गिरावट से सुरक्षा प्रदान करता है।
मस्तिष्क के खास भागों में चयापचय गतिविधियों का कम होना अल्जाइमर बीमारी की प्रारंभिक शुरुआत को दर्शाता है। यह अध्ययन पत्रिका 'एक्सपेरिमेंटल जेरंटोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।