हेल्थ डेस्क: बॉडी पर होने वाले दाग को आसानी से इग्नोर तो कर देते हैं लेकिन ये आगे जाकर आपके लिए प्रॉब्लम खड़ी कर सकती है। कई बार ऐसा होता है कि हम इसे मामूली दाग समझकर इग्नोर कर देते हैं लेकिन कई बार एक्जिमा तो कई दूसरी तरह की स्किन की बीमारी का रूप ले लेती है। आइए आपको बताते हैं क्या है एक्जिमा?
एक्जिमा
दाद, खाज, खुजली जाति का एक रोग एक्जिमा भी है, जो ज्यादा कष्टकारी है। रोग का स्थान लाल हो जाता है और उस पर छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं। इसमें चकत्ते तो नही पड़ते मगर यह शरीर में कहीं भी हो जाता है। यह ज्यादातर सर्दियों में होता है और गर्मियों में सही हो जाता है। अपवाद स्वरूप गर्मी में भी हो सकता है। यह दो तरह का होता है। एक सूखा और दूसरा गीला। सूखे से पपड़ी जैसी भूसी निकलती रहती है और गीले से मवाद जैसा निकलता रहता है। अगर यह सर में हो जाये तो उस जगह के बाल झड़ने लगते हैं।
नहाने के पानी में कुछ बूंदें एंटीसेप्टिक मिलाएं।
सूखे वस्त्र पहनें।
त्वचा को सूखा रखें, ज्यादा समय तक गीला न रहने दें।
जरूरत पड़ने पर एंटी फंगल क्रीम लगाएं व चर्म रोग चिकित्सक से सलाह लें।
एक्जिमा के लिए कोई भी उपाय आजमाने से पहले यह जरुर पक्का कर ले की यह एलर्जी तो नहीं है | क्योंकि इन दोनों के लक्षण लगभग एक समान ही दिखते है |
एक्जिमा से मुक्ति पाने के लिए कटहल के पत्तों पर घी लगाकर प्रभावित अंग पर बांधे |
10 ग्राम आक का दूध 50 ग्राम सरसों के तेल में पकाकर रखें। इस पेस्ट को प्रभावित अंग पर लगाने से एक्जिमा से मुक्ति मिलती है |
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