इस फल को खाने से हो जाएगा कैंसर छूमंतर
प्राकृतिक तौर पर अपनाई जाने वाली घरेलू दवा, कैंसर के इलाज में अधिक कारगर साबित होती है। जिसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है। इसके सेवन से कैंसर कोशिकाओं को तेजी से समाप्त करने में बेहद कारगर साबित हो सकती है।
हेल्थ डेस्क: कैंसर ऐसी ऐसी बीमारी है। कैंसर कई कारणों से हो सकता है। जैसे कि आनुवांशिकता, एल्कोहॉल का सेवन, तम्बाकू का सेवन, विकिरणों का प्रभाव, आनुवांशिकता, शराब का सेवन, इंफेक्शन या फिर मोटापा के कारण हो सकता है।
ये भी पढ़े-
- लंच या डिनर के पहले करें इस जूस का सेवन और कहें पेट की चर्बी को अलविदा
- सावधान! प्रेग्नेंसी में कही आप ये गलती तो नहीं कर रहीं, जानिए
- सोते समय रखते हैं तकिया तो ध्यान रखें ये बातें
इस गंभीर बीमारी के कारण अधिकतर लोगों की मौत हो जाती है। इसका सिर्फ एक ही इलाज होता है वह है कीमोथेरेपी। जो कि कापी खतरनाक साबित हो सकती है। लेकिन एक शोध में ये बात सामने आई कि एक ऐसा फल है। जिसका सेवन करने से कैंसर जैसी गंबीर बीमारी से निजात मिल सकता है। जानिए इसके बारें में।
कैंसर के मरीजों पर 25 वर्षो के शोध के बाद कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी के मेडिकल फिजिक्स एवं साइकोलॉजी के सीनियर प्रोफेसर डॉ. हर्डिन बी जॉन्स का कहना है कि कैंसर के इलाज के तौर पर प्रयोग की जाने वाली कीमोथैरेपी कैंसर पीड़ित मरीज को दर्दनाक मौत की तरह ले जा सकती है।
इसके बजाए प्राकृतिक तौर पर अपनाई जाने वाली घरेलू दवा, कैंसर के इलाज में अधिक कारगर साबित होती है। जिसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है। इसके सेवन से कैंसर कोशिकाओं को तेजी से समाप्त करने में बेहद कारगर साबित हो सकती है।
हाल ही में हुए एक शोध में यह बात साबित हुई है कि अंगूर के बीजों का सत्व या अर्क ल्यूकेमिया और कैंसर के अन्य प्रकारों को बहुत ही सकारात्मक ढंग से ठीक करने में बेहद मददगार साबित होता है।
शोध में यह साबित हो चुका है कि अंगूर के बीज सिर्फ 48 घंटे में हर तरह के कैंसर को 76 प्रतिशत तक विकीर्ण करने में सक्षम है। अमेरिकन एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक कैसर रिसर्च के अनुसार अगूर के बीज में पाया जाने वाला जेएनके प्रोटीन, कैंसर कोशिकाओं की विकीर्णों को नियंत्रित करने का काम करता है।