हेल्थ डेस्क: अवसाद एक गंभीर बीमारी है। जो कि हमेशा नकारात्मक प्रभाव डालती है। जिससे ग्रसित व्यक्ति के शारीरिक रुप के अलावा मानसिक रुप में भी फर्क पड़ता है। अगर किसी व्यक्ति एक बार अवसाद में चला गया, तो उसे दोबारा आने में देरी नहीं लगेगी। एक अध्ययन में दावा किया गया है कि अवसाद समय से पहले मस्तिष्क को उम्रदराज बना देता है।
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि वैज्ञानिकों ने पूर्व में बताया था कि अवसाद या एंग्जाइटी से पीड़ित लोगों को उम्र बढ़ने के साथ साथ डिमेन्शिया होने का खतरा बढ़ता जाता है।
उन्होंने कहा कि ‘‘साइकोलॉजिकल मेडिसिन’’ जर्नल में प्रकाशत यह अध्ययन संज्ञानात्मक कार्यकलापों में कमी पर अवसाद के प्रभाव के बारे में व्यापक प्रमाण पेश करता है।
ब्रिटेन स्थित ससेक्स विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने 34 अध्ययनों की समीक्षा की। इस दौरान उनका मुख्य ध्यान अवसाद या एंग्जाइटी तथा समय के साथ संज्ञानात्मक कार्यकलापों में कमी के बीच संबंध पर था।
अनुसंधानकर्ताओं ने संज्ञानात्मक कार्यकलापों में वयस्कों में स्मरण क्षमता में कमी , निर्णय लेने तथा
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