अचानक डाइट बदलना पड़ सकता है भारी, पड़ेगा सेहत पर बुरा असर: शोध
ब्रिटेन में शेफील्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अनुसार आपकी डाइट उम्र बढ़ने के साथ-साथ बीमारी को बढ़ा सकती है।
नए जमाने में भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोग खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण मोटापे जैसी बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। इससे निजात पाने के लिए कई लोग अपना डाइट प्लान एकाएक चेंज कर देते हैं, लेकिन यह शरीर के लिए खतरनाक साबित होता है। एक स्टडी में के अनुसार रिस्ट्रिक्टेड डाइट फॉलो करने के बाद अचानक फुल डाइट लाने से किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ने के साथ-साथ उसकी उम्र भी कम हो सकती है। दरअसल जब आप अपनी डाइट में अचानक बदलाव करते है तो इसका असर आपके शरीर के हर एक अंग पर पड़ता है और परिणामस्वरूप शरीर इन बदलावों को स्वीकार नहीं कर पाता और आप बीमार हो जाते हैं।
ब्रिटेन में शेफील्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अनुसार, आपकी डाइट उम्र बढ़ने के साथ-साथ बीमारी को बढ़ा सकती है। साइंस एडवांसेस नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि यह शोध ऐसी मक्खियों के ऊपर किया गया जो फलों के ऊपर रहती हैं। इन मक्खियों को ड्रोसोफिलिया मेलानोगास्टर नाम से जाना जाता है। उन्हें प्रतिबंधित आहार खिलाया गया और इसके बाद उन्हें समृद्ध आहार में लौटा दिया गया। इससे यह बात साबित हुई कि अचानक डाइट में बदलाव से उम्र कम हो गई और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
वैज्ञानिकों ने पाया कि ऐसा करने से मक्खियों के मरने की संभावना कई हद तक बढ़ गई। इसके साथ ही उनके स्वास्थ्य पर ऐसा असर पड़ता है कि वह कम अंडे देती हैं।
शोधकर्ताओं का मानना है कि आहार प्रतिबंध मक्खियों का एक फुल डाइट के लिए बीमार बना सकता है। वहीं अगर मनुष्यों की बात की तो इस सिद्धांत से उनके ऊपर भी काफी असर पड़ता है, ऐसे समय का इंतजार करते हैं जब भोजन की उपलब्धता फिर से बढ़ जाती है। जिसके कारण हम एक नॉर्मल डाइट के मरम्मत और रखरखाव तंत्र में वृद्धि, यह वास्तव में एक समृद्ध आहार के हानिकारक प्रभावों से बच सकता है।
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इस शोध का ये रिजल्ट निकला है कि कुछ परिस्थितियों में बार-बार अपनी डाइट में बदलाव करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय के सह-लेखक एंड्रयू मैक्रेकेन के अनुसार अभी इसे लेकर और शोध करने की जरूरत है। इस रिजल्ट में यह भी साफ हो गया है कि यह क्यों होता है और भविष्य के अनुसंधान को ध्यान में रखते हुए इसमें और भी शोध करके नई बातें सामने आ सकती है।
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