सर्वाइकल कैंसर के चलते भारत में जा रही हर साल हजारों महिलाओं की जान, जानें लक्षण
15 से 44 साल की महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर तेजी से पैर पसार रहा है। इसलिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है ताकि बचाव किया जा सके।
Cervical Cancer सर्वाइकल कैंसर भारत में तेजी से बढ़ती एक ऐसी भयंकर बीमारी है जो महिलाओं को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रही है। आंकड़े कहते हैं कि दुनिया भर में 15 से 44 साल की महिलाओं के बीच सर्वाइकल कैंसर के मामले 34 फीसदी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले साल आई हैल्थ जनरल की रिपोर्ट के अनुसार अकेले भारत में हर साल 54 हजार महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर के चलते हो रही है। इसका मुख्य कारण इलाज के अभाव के साथ साथ लक्षणों की अनदेखी और नियमित जांच न करवाना भी है।
इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि इसके लक्षणों को पहचान लिया जाए। नियमित तौर पर सर्वाइकल कैंसर की जांच भी बेहद जरूरी है जिसका पालन एक जरूरी काम की तरह करना चाहिए।
आइए जानते हैं कि सर्वाइकल कैंसर के लक्षण (Cervical Cancer Symptoms) क्या है।
योनि से अनियमित रक्तस्राव
अगर योनि से अनियमित रक्तस्राव हो रहा है तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।नियमित पीरियड्स से अलग अगर किसी भी समय रक्तस्राव की समस्या हो तो बिना हिचक जांच करवानी चाहिए क्योंकि यह अवस्था लंबे समय तक बनी रही तो सर्वाइकल कैंसर का रूप धारण कर सकती है। अक्सर देखा जाता है कि रजोनिवृति के बाद भी कई बार संबंध बनाने के दौरान महिलाओं को ब्लीडिंग की समस्या होती है, इसकी भी तुरंत जांच करवानी चाहिए।
इंटीमेशन के दौरान ब्लीडिंग और दर्द
इंटीमेशन के दौरान ब्लीडिंग और दर्द भी सर्वाइकल कैंसर के शुरूआती लक्षणों में से एक है। अगर आप इनमें से किसी एक समस्या से जूझ रही हैं तो तुरंत डॉक्टरी जांच करवाएं।
कमर औऱ पैरों में दर्द और वजन घटना
अगर अक्सर कमर और हाथ पैरों में दर्द हो रहा है तो सर्वाइकर कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। इसकी तुरंत जांच करवानी चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि रसोई घर में घंटों खड़े रहने के कारण महिलाएं हाथ और पैरों के दर्द को मामूली बात समझती हैं लेकिन इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए और अगर दर्द ज्यादा है तो डाक्टरी जांच करवानी चाहिए। ऐसा ही हाल वजन घटने का है अगर तेजी से वजन घट रहा है तो तुरंत जांच करवाएं।
पेट के निचले हिस्से में दर्द
आमतौर पर महिलाएं पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से में दर्द झेलती हैं। लेकिन अगर ये दर्द ज्यादा या रोज होने लगे तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए क्या करना चाहिए -
नियमित तौर पर (लगभग हर तीन साल के अंतराल पर) पैप स्मीयर टेस्ट करवाना चाहिए।
अनियमित यौन संबंधों से परहेज करना चाहिए।
धूम्रपान से बचना चाहिए।
हैल्दी और पोषक आहार लेना चाहिए।