हेल्थ डेस्क: कई बीमारी ऐसे हैं जिसके लक्षण आपके शरीर पर दिखाई देते हैं लेकिन हमलोग उसे इग्नोर कर देते हैं। लेकिन कई बार आपको शरीर पर दिखाई देने वाले इन लक्षणों को गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि अगर आपने इसको गंभीरता से नहीं लिया तो आगे जाकर ये बड़ी बीमारी का रूप धारण कर लेती है।
शरीर में कुछ कारणों से कुछ मामलों में गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रिया जन्म लेती है, जो जीवन के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है। एनाफिलेकि्टक शॉक उन्हीं में से एक है।एलर्जी एक मेडिकल कंडीशन है। जब हम किसी विशेष चीज के संपर्क में आते हैं अथवा किसी माध्यम से वह हमारे शरीर में प्रवेश करती है, तब एलर्जी होती है। शरीर की रक्षा के लिए इम्यून तंत्र एंटीबॉडीज उत्पन्न करता है। एंटीबॉडीज शरीर के एलर्जी सेल्स को ट्रिगर करते हैं कि वे रक्त में रसायनों को रिलीज करें। इन रसायनों में से एक है हिस्टामिन। यह एलर्जिक रिएक्शन के लक्षण उत्पन्न करता है।
एलर्जी से प्रभावित होने वाले अंगों में त्वचा (80-90 फीसदी), श्वसन प्रक्रिया (70 फीसदी), गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (30-45 फीसदी), दिल और वास्कुलर (10-45 फीसदी) और तंत्रिका तंत्र (10-15 फीसदी) शामिल हैं। एलर्जी एक आनुवंशिक बीमारी भी है। कुछ दुर्लभ मामलों में एलर्जी एक गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रिया को जन्म देती है, जिसे एनाफिलेकि्सस या एनाफिलेकि्टक शॉक कहा जाता है, जो जीवन के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
इसका प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है और एलर्जिक पदार्थों के संपर्क में आने से यह कुछ ही मिनटों में विकसित होने लग जाता है।एनाफिलेकि्टक एक आपात स्थिति है, जिसमें तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है। इसके मुख्य लक्षणों में गले और मुंह में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, विभ्रान्ति, त्वचा नीला पड़ना, चेतना खोना या बेहोश होना शामिल है। एनाफिलेकि्टक के लक्षण आमतौर पर 5 से 30 मिनट के भीतर दिखाई देने लगते हैं।
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