Swine Flu: जानिए आखिर क्या है स्वाइन फ्लू, साथ ही जानें लक्षण और बचने के घरेलू उपाय
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की तबीयत बिगड़ गई है। उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्हें स्वाइन फ्लू हुआ है। उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है। जानें स्वाइन फ्लू के लक्षण और बचने के घरेलू उपाय।
स्वाइन फ्लू एक ऐसी संक्रामक बीमारी है जिसकी अनदेखी से कई गंभीर रिजल्ट सामने आ सकते है। जहां एक और राजस्थान में पिछले 15 दिनों में 36 लोगों की इस बीमारी के कारण मौंत हो गई है। वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को भी स्वाइल फ्लू हो गया है। जिसकी जानकारी उन्होंने ट्विट के द्वारा दी है। आपको बता दें कि स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा-ए वायरस के एक स्ट्रेन के कारण होती है और सुअरों से इंसानों में संचरित होती है। समय पर इलाज नहीं होने पर एच1एन1 घातक भी हो सकता है। जानें इसके लक्षण कारण और उपाय।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
अगर किसी व्यक्ति को खांसी, गले में दर्द, बुखार, सिरदर्द, मतली और उल्टी के लक्षण हैं. स्वाइन फ्लू की जांच करानी चाहिए। इस स्थिति में दवाई केवल चिकित्सक की निगरानी में ही ली जानी चाहिए। स्वाइन फ्लू में खांसी या गले में खरास के साथ बुखार हो सकता है। निदान की पुष्टि आरआरटी या पीसीआर तकनीक से किए गए लैब टैस्ट से होती है।
- नाक बहने,
- मांसपेशियों में दर्द,
- सिरदर्द,
- ठंड और कभी-कभी दस्त और उल्टी के साथ आता है।
- हल्का बुखार,
- खांसी,
- गले में खरास,
- हल्के मामलों में, सांस लेने में परेशानी नहीं होती है।
- लगातार बढ़ने वाले स्वाइन फ्लू में छाती में दर्द के साथ उपरोक्त लक्षण, श्वसन दर में वृद्धि, रक्त में ऑक्सीजन की कमी, कम रक्तचाप, भ्रम, बदलती मानसिक स्थिति, गंभीर निर्जलीकरण और अंतर्निहित अस्थमा, गुर्दे की विफलता, मधुमेह, दिल की विफलता, एंजाइना या सीओपीडी हो सकता है।
ऐसे करें स्वाइन प्लू से बचाव
फ्लू के शिकार लोगों को आराम करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा से तरल पदार्थ पीना चाहिए। बिना डॉक्टर के सलाह के कोई दवा नहीं लेनी चाहिए। हाथों को कम से कम 45 सेकेंड तक साबुन से धोएं। खांसते और छींकते समय नाक और मुंह को ढक कर रखें।
स्वाइन फ्लू से बचने के घरेलू उपाय
- लहसुन भी मौजूद एंटी-वॉयरल गुण रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करने में मदद करते है। इसके लिए आप लहसुन की दो कलियां रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए। इससे रोग प्रतिरोधक शक्ति में इजाफा होता है।
- स्वाइन फ्लू में हल्दी, तुलसी, नीम, गिलोय, फुदीना, आंवला, ग्वारपाठा, लहसुन, अदरक का सेवन करना फायदेमंद है । इसका सेवन रोज करें।
- रोग नाशक द्रव्य के रूप में सुदर्शन क्वाथ या उनकी वटी/चूर्ण, भारंग्यादि क्वाथ, संशमनी वटी का सेवन करें।
- पाचनतंत्र को स्वस्थ रखने के लिए हल्का, गर्म, ताजा भोजन ही लें।
- सूप, नींबू रस, आंवला रस, मोसंबी के रस, हल्दी वाला दूध और ज्यादा पानी का सेवन करें।
- गुग्गुल, काली मिर्च, गाय का शुद्ध घी, कपूर और शक्कर मिश्रित कर सेवन अवश्य करें।
- स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए कपूर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। चाहें तो बड़े लोग कपूर की गोली को पानी के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं, वहीं बच्चों को इसका पाउडर आलू अथवा केले के साथ मिलाकर देना चाहिए। लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि कपूर के सेवन रोज न करें। इससे आपको नुकसान हो सकता है।
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