हेल्थ डेस्क: हिंदू धर्म में कई परंपराएं है। जिन्हें हम बहुत ही शिद्दत के साथ फॉलो करते है। इन्हीं में से एक परंपरा है किसी शुभ काम करने या जाने से पहले दही-शक्कर खिलाना या फिर माथे में लगाया जाता है। इसको लेकर मान्यता है कि यह बहुत ही शुभ होता है। जिसके खिलाया जाता है उसे उस काम में सफलता जरुर मिलती है।
पुरे जमाने में लोग कोई भी काम करते है तो उससे स्वास्थ्य संबंधी लाभ जरुर जुड़े होते है। ऐसा ही दही और शक्कर खाने के होते है। जी हां दही-शक्कर खाने के पीछे भी वैज्ञानिक मान्यता है। जानिए क्या है वह? (जानिए पोलियो के लक्षण, कारण और प्रकार साथ ही साथ इसकी रोकथाम करने के उपाय )
दही-शक्कर खाने की वैज्ञानिक मान्यता
जब हम घर से किसी भी काम के लिए निकलते है तो हम थोड़ा नर्वस हो जाते है। या फिर हमारे अंदर एनर्जी की जरुरत होती है। ऐसे में दही काफी फायदेमंद साबित होता है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन के साथ-साथ कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। जो कि एनर्जी के लेवल को पूरा कर देते है।
वहीं शक्कर में भरपूर मात्रा में ग्लूकोज पाया जाता है। जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरुरी होता है। इतना ही नहीं इसका सेवन करने से आपको डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती है। (करीना कपूर वृक्षासन योगासन करती आईं नजर, जानिए इसके लाभ और करने की विधि)
यहीं नहीं दही और शक्कर का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होने के साथ पेट से जुड़ी समस्या नहीं होती है। यह एक सबसे अच्छा पोषक आहार माना जाता है
Latest Lifestyle News