पायदान पर दीजिए ध्यान
हमारा शरीर दिनभर में लाखों मृत कोशिकाओं को झाड़ता है। यह कोशिकाएं चादर, दरी, सोफा, कारपेट में फंस जाती है, ज्यादातर चीजों को तो हम साफ कर लेते हैं, लेकिन इन्हें साफ नहीं करते। इनमें ई कोली, सेलमोनिया जैसे हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं। बाहर से भीतर आने पर हम जूते लेकर पायदान पर चढ़ते रहते हैं, जिससे बाहर से आए कीटाणु इसमें चिपक जाते हैं।
आपके कमरे, किचन, बाथरूम के दरवाजों के हैंडल व नल के हत्थों में भी सामान्य से ज्यादा बैक्टीरिया पाए जाते हैं। पर्स, बैग को हम अलग-अलग जगह ऑफिस बारूथम, सार्वजनिक वाहन में लेकर घूमते हैं। इन स्थानों से हानिकारक बैक्टीरिया चिपक जाते हैं, जो त्वचा संक्रमण पेट, आंत, किडनी संबंधी बीमारियों का कारण होते हैं। यह कीटाणु आंत्रशोध, हैजा, टीबी आदि बीमारियों को भी फैलाते हैं।
इलेक्ट्रोनिक डिवाइस, जैसे मोबाइल,टीवी रिमोट, कंम्प्यूटर की-बोर्ड ऐसी वस्तु हैं, जिनको धोया नहीं जा सकता। इन डिवाइस को हम साफ करने की आेर ध्यान नहीं देते। इनमें छिपे कीटाणु हमारे हाथों के माध्यम से शरीर में जाकर बीमारियों को जन्म देते हैं। दरवाजे का हैंडल, पायदान, पानी की बोतल, चाबियां आदि ऐसे चीजें हैं, जो हमें बीमार बनाने में काफी हद तक जिम्मेदार होती हैं। इनसे संक्रमण, पेंट संबंधी बीमारी, आंखों का इन्फेक्शन हो सकता है।
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