padman akshay kumar
ऐसे बनती है सैनेटरी नैपकीन
आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि आप जो सैनेटरी नैपकीन इस्तेमाल करती हैं। वह 90 प्रतिशत प्लास्टिक का बना होता है। जब आप पीरियड्स के समय इसे लगाते है तो आपकी वैजाइना को ये ब्लॉक कर देता है। वहीं जो 10 प्रतिशत बचते है तो इस पैड में केमिकल्स, परफ्यूम का यूज किया जाता है। जो कि आपको हार्मोनल समस्या उत्पन्न कर सकती है।
होती हैं ये जानलेवा बीमारी
गर्भाशय का कैंसर, ईस्ट इंफेक्शन, रैशेज, एलर्जी और स्किन सेंसटिव के साथ-साथ गर्भपात और बच्चें को हेल्थ संबंधी समस्या हो सकती है।
यहीं जब यूज करने के बाद कचरे, गढ्ढे, सीवर आदि में जाते है तो वह पर्यावरण और स्वास्थ के लिए भा हानिकारक साबित होते है।
वहीं जो Biodradable and Oraganic Product वाले सैनेटरी पैड होते है। उनमें नेचुरल प्लांट बेस्ड फाइबर का यूज किया जाता है। जिसमें कोई भी केमिकल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है। यह सेहत के साथ-साथ पर्यावरण के लिए है काफी फायदेमंद होती है।
Latest Lifestyle News