हेल्थ डेस्क: हर साल कैंसर के मामले बढ़ते ही जा रहे है। आज के दौर में ब्रेस्ट कैंसर के मामले दिनों-दिन बढ़ते जा रहे है। ये भारत में तेजी से फैलने वाली बीमारी बनती जा रहे है। हर साल ब्रेस्ट कैंसर की लाखों जाने जाती है।
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इस लाइलाज बीमारी का अभी को तोड़ भी नहीं निकला है। जिसके कारण हर किसी को मां, बहन, पत्नी किसी न तिसी का बलिदान देना ही पड़ता है। ऐसा ही एक मामला सामना आया है। जिसमें एक 18 साल के स्टूडेंट ने इस लाइलाज बीमारी का तोड़ निकाला है।
मेक्सिको के इस स्टूडेंट जूलियन ने एक ऐसी ब्रा डिज़ाइन की है, जिसके ज़रिये बड़ी आसानी से ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाया जा सकता है। जिस खोज के कारण जूलियन रिओस चांटु ने वैश्विक छात्र उद्यमी अवॉर्ड्स में पहला प्राइज़ हासिल किया है। इस प्रतियोगिता में 56 देशों के 56 स्टूडेंट व्यवसायी ने हिस्सा लिया था।
ऐसे आया बनाने का ख्याल
CEO और हीगिया टेक्लनोलॉजिस के को-फाउंडर बताते हैं कि जब वो 13 साल के थे, तो उन्हें इस प्रोजे़क्ट का ख़्याल आया था।
ब्रेस्ट कैंसर की वजह से मां के दोनों ब्रेस्ट को ऑपरेट कर, हटाना पड़ा था। जिसके बावजूद उनके मां की मौत हो गई है। अगर शुरुआती अवस्था में ही इस कैंसर के बारे में पता चल जाता तो वह बच सकती थीं'। इस 'ईवा ब्रा' को जूलियन ने अपने 3 दोस्तों के साथ मिलकर बनाया है।
ऐसे करती है ये 'ब्रा' कैंसर डिडेक्ट
कैंसर युक्त ट्यूमर में रक्त प्रवाह बढ़ने के कारण त्वचा का तापमान बढ़ जाता है। 'ईवा ब्रा' का बायोसेंसर तापमान मापेगा और फिर ये एक एप से जुड़ेगा। इसमें जो भी बदलाव होगा, उसका अलर्ट 'ईवा ब्रा' पहनने वालों के पास जाएगा।
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