थायरॉइड के मरीजों के लिए ज़हर हैं ये फूड्स, भूलकर भी न करें सेवन
थायरॅाइड की बीमारी ग्रंथि यानी ग्लैंड बढ़ने की वजह से होती है। ये पांच चीजें आपके थायरॉइड कम करने के प्रयासों पर पानी फेर देंगी। थायरॉइड को दूर रखना है तो इनसे दूरी बनाए रखनी होगी।
खराब लाइफस्टाइल की वजह से थायरॉइड की समस्या लगातार आम होती जा रही है। इस समस्या से बचने के लिए हमें अपनी लाइफस्टाइल और खान-पान का ध्यान रखना चाहिए। थायरॅाइड की बीमारी ग्रंथि यानी ग्लैंड बढ़ने की वजह से होती है। यह ग्लैंड गर्दन में होती है और तितली के आकार की होती है। ये शरीर की कई जरूरी फंक्शन्स को कंट्रोल करती है। आमतौर पर थायरॉयड दो तरह का होता है हाइपर थायरॅाइड और हाइपो थइरॉइड। दोनों ही तरह के थायरॉयड में शरीर में फ्री रेडिकल्स बनने लगते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह बीमारी ज़्यादातर महिलाओं को अपनी चपेट में लेती है। ऐसे में आपके लिए ये जानान बहुत जरूरी है कि ऐसे कौन से फूड्स हैं जिन्हें थायरॉइड होने पर खाने से बचना चाहिए।
सोयाबीन खाने से करें परहेज
बहुत से फूड्स ऐसे होते हैं जिनमें सोया होता है। ऐसे सभी फूड्स में फयटोएस्ट्रोजन पाया जाता है, जो थायरॅाइड हार्मोंस बनाने वाले एंजाइम की फंक्शनिंग को डिस्टर्ब करते हैं। इस वजह से थायरॅाइड होने पर सोयाबीन नहीं खाना चाहिए।
पत्ता, फूलगोभी ना खाएं
पत्ता और फूलगोभी में गॉइट्रोगन काफी मात्रा में पाया जाता है जो थायरॅाइड की समस्या को बढ़ाता है। इस वजह से इन दोनों सब्जियों का सेवन कम करना चाहिए।
ज्यादा चीनी खाने से बचें
थायरॉइड होने पर ज्यादा चीनी खाने से भी बचना चाहिए। चीनी का ज्यादा सेवन आपकी डाइजेशन को इफेक्ट करता है। जिससे वजन भी बढ़ सकता है। इसलिए अगर आप थायरॉइड के मरीज हैं तो ज्यादा कैलोरी और शुगर लेने से बचें।
शराब और कैफीन लेना करें बंद
थायरॉइड की समस्या होने पर शराब और कैफीन लेना पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। क्योंकि ये थायरॉइड ग्लैंड और थायरॉइड लेवल दोनों बढ़ाते है। अगर आप थायरॅाइड की दवा ले रहें है तो आपको शराब और कैफीन को हाथ भी नहीं लगाना चाहिए।
रेड मीट खाने से हो सकती है परेशानी
रेड मीट में सेचुरेटेड फैट और कॉलेस्ट्रॉल बहुत ज्यादा होता है। इस वजह से रेड मीट खाने से फैट बहुत जल्दी बढ़ता है। साथ ही रेड मीट खाने से शरीर में जलन की परेशानी भी होने लगती है। इससे घबराहट, धड़कनों का तेज होना और वजन का तेजी से बढ़ना जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए थायरॉइड होने पर रेड मीट अवॉइड करना चाहिए।