Monsoon Diseases:बारिश के मौसम में वायरल इंफेक्शन न हो, इसलिए योग और प्राणायाम से ऐसे करें खुद का बचाव
Monsoon Diseases: बारिश के मौसम में वायरल इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए आप इन आसान उपायों को आज़माएं।
Highlights
- वायरल इंफेक्शन से बचने के आसान उपाय
- रोज़ाना करें योग और प्राणायाम
- रखें खुद का ख़ास ख्याल
Monsoon Diseases: शायद ही कोई ऐसा हो, जिसे बरसात का मौसम ना पसंद हो, भरी गर्मी को खत्म कर,बरसात की बूंदें, लोगों को ठंडी-ठंडी राहत देती हैं। लेकिन इस मौसम के जहां कई फायदे हैं, तो वहीं कई नुकसान भी हैं। ये मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियों को साथ लाता है। बारिश के इस मौसम में अगर आप अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देंगे, तो इससे वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए इन बीमारियों से बचने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में सिर्फ हल्का बदलाव करने की ज़रूरत है। वायरल इंफेक्शन को रोकने के लिए आप योग और प्राणायाम को अपनी ज़िंदगी में शामिल कर, एक हेल्दी और बेहतरीन जीवन की शुरुआत कर सकते हैं।
बढ़ा कई बिमारियों का खतरा
मलेरिया और डेंगू: बारिश के मौसम में हर जगह पानी भर जाने के कारण मच्छर पैदा हो जाते हैं और इस वजह से मलेरिया और डेंगू जैसी घातक बीमारियां होती हैं। ऐसे में मच्छरों से खुद का बचाव करना बहुत जरूरी है।
स्किन की समस्या: उमस भरी गर्मी के बाद, नमी और कीचड़ के चलते बरसात के मौसम में स्किन की समस्या से लोग ज़्यादा ग्रसित होते हैं। इस मौसम में फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन, घमौरियां, रैशेज और मुंहासे जैसी दिक्कत होना आम बात है। उमस से बैक्टीरिया और वायरस तेजी से सक्रिय हो जाते हैं।
टाइफाइड: इस मौसम में घर और गली-कूचो में जगह जगह पानी जाम हो जाता है। दूषित पानी की वजह से टाइफाइड और पीलिया जैसी बीमारियां आम हो गई हैं।
पेट की समस्या: बारिश के मौसम में ज्यादातर लोगों की पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है, जिसकी वजह से उन्हें डायरिया, उल्टी, दस्त जैसी समस्या हो सकती है। यह सभी समस्याएं वैसे तो बेहद आम हैं लेकिन गंभीर होने पर जानलेवा भी साबित हो सकती है।
इन उपायों को आज़माएं:
इन कुछ उपायों की मदद से आप इन सीज़नल बिमारियों से छुटकार पा सकते हैं।
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें: इस सीजन में अपना ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है। सबसे पहले आप संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। बाहर निकलने से पहले मास्क लगा लें।
घर साफ़ रखें: अपने घर की साफ़ सफाई पर विशेष ध्यान दें। घर में गमले, कूलर, खाली बर्तन आदि में बारिश का पानी जमा ना होने दें। पीने का पानी और सब्जियां व फल साफ रखें। सब्जियों और फलों को बिना धोएं ना खाएं। साथ ही गर्म पानी पियें। हाथों, पैरों को अच्छी तरह धोएं।
मच्छर से बचें: मच्छर भगाने वाली चीजों और कीटनाशक का इस्तेमाल करें और बाहर निकलते समय पूरी बाजू के कपड़े पहने। साथ ही कूलर, टैंक और खाली जगह जहां पानी भरता हो उन जगहों की जांच कराएं। घर में मच्छर भगाने वाली मशीन या नेट का प्रयोग करें।
काढ़ा पिए: साथ ही अपने इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए लहसन, अदरक, अजवाइन का काढ़ा बनाकर पिए। खीरा, करेला, टमाटर के साथ गिलोय, चिरैता मिलाकर इसका जूस पिएं। इससे आप इन बरसाती मौसम में होने वाली बीमारियों की चपेट में नहीं आएंगे।
नीम का जूस करेगा स्किन की देखभाल: नीम के पत्ते का जूस पीने से स्किन से संबंधित बीमारियां खत्म होती हैं, खाने में नमक और मीठा कम खाएं। साथ ही एलोवेरा का इस्तेमाल करें। लौकी और गाजर का जूस पीने से स्किन की बीमारी खत्म होती है ।
योग से बीमारियों को भगाएं:
योग सिर्फ आपके तन, मन को ही स्वस्थ नहीं रखता है, बल्कि इसे करने से आपका जीवन को देखने का नज़रिया बदल जाता है। इसे अपने जीवन में शामिल करने से आप दिन भर ऊर्जावान बने रहते हैं। इस सीजन में आप इन योग को कर के कई बीमारियों से बच सकते हैं। बारिश के मौसम में सीजनल बीमारियों बीमारियों से बचने के लिए हिमालयी प्रवाह का जल नमस्कार आसन अच्छा रहता है। यह पद्मासन, अर्ध मत्स्येंद्र आसन, हलासना, सुपता वज्रासन और मत्स्य आसन की तकनीकों को शामिल कर बनाया गया है। साथ ही कपालभाति, प्राणायाम, पवनमुक्तासन और मंडूकासन आसन के साथ अलोम विलोम करें।