बलगम और माइग्रेन के साथ इन गंभीर समस्याओं में जलनेति दिलाता है राहत, जानें इसे कैसे करते हैं?
जलनेति में पानी से नाक की सफाई की जाती है, जिससे आपको साइनस, सर्दी- जुकाम, प्रदूषण से बचाया जा सकता है। इसे करने से आप कई रोगों से मुक्ति पा सकते हैं
योग प्राचीन काल से ही भारत में बेहद प्रचलित है। योग व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत और स्वस्थ बनाता है। योग में कई ऐसी क्रियाएं हैं, जिसे करने से गंभीर से गंभीर बीमारियां दूर हो जाती है। उन्हीं में से एक प्रक्रिया है जलनेति। जलनेति में पानी से नाक की सफाई की जाती है, जिससे आपको साइनस, सर्दी- जुकाम, प्रदूषण से बचाया जा सकता है। इसे करने से आप कई रोगों से मुक्ति पा सकते हैं और अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं।आइए जानते है जल नेति से होने वाले फायदों के बारे में।
ऐसे करते हैं जलनेति
इस योग क्रिया को नाक में पानी डालकर किया जाता है। इस योग प्रक्रिया के दौरान आप आराम से बैठ जाएं और लंबी गहरी सांस खींचें। अब एक नाक के अंदर पानी डालें और दूसरे साइड से इस पानी को बाहर निकालें। यह प्रक्रिया बारी-बारी से नाक के दोनों छेद में की जाती है। यह योग क्रिया अभ्यास करते करते सही तरीके से आने लगती है। जब आप सही तरीके से इसे करने लगेंगे तो आपको सांस लेने में कोई समस्या नहीं होगी। जैसे ब्रश की मदद से दांत साफ होते हैं, वैसे ही जलनेति में पानी की मदद से नाक साफ की जाती है
बलगम होता है दूर
जलनेति करने से आपकी नाक साफ़ रहती है। इसे हफ्ते में 2 बार करने से आपकी सेहत भी सही रहती है।यह योग क्रिया उन लोगों को ज़रूर करनी चाहिए जो लोग सांस की समस्या से पीड़ित हैं। अस्थमा रोगियों के लिए यह योग निति काफी फायदेमंद मानी जाती है। इस क्रिया से अस्थमा के रोगियों को सांस लेने में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है। जलनेति क्रिया को नियमित करने वाले व्यक्ति आंख, कान और नाक के संक्रमण से बचे रहते हैं। इसकी मदद से नाक के बलगम के साथ-साथ बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं, जिससे कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
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माइग्रेन की समस्या होती है दूर
अगर आपका भी सिर हमेशा दर्द होते रहता है और माइग्रेन घेर लेता है, तो इसके लिए आप दवाई की बजाय जलनेति ट्राई कर सकते हैं। माइग्रेन से राहत पाने के लिए इसे ट्राई कर सकते हैं। इसके अलावा उन्हें साइनसाइटिस से भी छुटकारा मिल सकता है।