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Hindi News लाइफस्टाइल फीचर इन खराब आदतों की वजह से शरीर में बढ़ जाता है स्ट्रेस और एंग्जायटी हॉर्मोन्स, मानसिक सुकून के लिए खुद में फौरन करें ये बदलाव

इन खराब आदतों की वजह से शरीर में बढ़ जाता है स्ट्रेस और एंग्जायटी हॉर्मोन्स, मानसिक सुकून के लिए खुद में फौरन करें ये बदलाव

ज़्यादा स्ट्रेस लेने से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। आपकी इन कुछ गन्दी आदतों की वजह से अवसाद और स्ट्रेस हॉर्मोन्स बढ़ जाते हैं। चलिए, जानते हैं किन आदतों की वजह से बढ़ जाता है स्ट्रेस हॉर्मोन्स:

स्ट्रेस और एंग्जायटी हॉर्मोन्स- India TV Hindi Image Source : SOCIAL स्ट्रेस और एंग्जायटी हॉर्मोन्स

आजकल के स्ट्रेस भरे माहौल में लोग खुश होकर हंसना ही भूल गए हैं। हर दुसरा व्यक्ति तनाव और अवसाद से घिरा पाया जाता है। हर छोटी बड़ी चीज़ का तनाव लेने से व्यक्ति अवसाद के भंवर में फंसने लगता है। चिंता धीरे धीरे कब एंजाइटी का रूप लेने लगता है लोगों को पता ही नहीं चलता है। ज़्यादा स्ट्रेस लेने से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। क्या आप जानते हैं आपकी इन कुछ गन्दी आदतों की वजह से अवसाद और स्ट्रेस हॉर्मोन्स बढ़ जाते हैं। आप अनजाने में कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे तनाव हार्मोन के आदी हो गए हों और आपको इसका कोई अंदाजा नहीं। चलिए, जानते हैं किन आदतों की वजह से बढ़ जाता है स्ट्रेस हॉर्मोन्स:

इन आदतों की वजह से बढ़ता है स्ट्रेस हॉर्मोन्स:

  • हर दूसरे मिनट पर मोबाइल चेक करना: अगर आप हर दूसरे मिनट में मोबाइल चेक करते हैं तो आप खुद ही स्ट्रेस हॉर्मोन्स को न्योता दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर लगातार स्क्रॉल करने से तनाव हार्मोन एक्टिव हो जाता है। 

  • दूसरों से अपनी तुलना करना: अगर आप गाहे बगाहे दूसरों से अपनी तुलना करते हैं तो यह आदत आज से बदल दीजिये। क्योंकि इस कारण आपके दिमाग पर बुरा प्रभाव पड़ता है। चाहे वह सोशल मीडिया पर हो या असल जीवन में, कोर्टिसोल आपको अति-जागरूक बनाता है जिस कारण आप स्ट्रेस की चपेट में आते हैं। 

  • ना नहीं बोल पाना: सबसे पहले तो ना बोलना सीखिए। अगर आप किसी को ना नहीं बोल पाते हैं तो आपकी इसी आदत का लोग फायदा उठाते हैं। और आपकी यह आदत अंदर से कमजोर बनाती है और स्ट्रेस में रखती है। 

  • आखिरी समय के लिए काम रखना: कुछ लोगों को आखिरी समय में सारा काम निपटतान होता है। अगर आप भी उनमे से एक हैं तो यह आदत आपके मानसिक सुकून के लिए अच्छी नहीं है।

  • आराम से नहीं बैठना:  कुछ लोग कभी भी चैन से नहीं बैठ पाते हैं। अगर आपके पास समय है तो मेडिटश करें ज़रूरी नहीं है कि हर समय आपको काम ही करना रहे। 

  • नींद के बाद भी थका महसूस करना:  तनाव हार्मोन आपके नींद के चक्र को बिगाड़ देते हैं, जिससे आप चाहे जितना भी आराम करें, थके हुए रहते हैं।

 

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