बिहार का महापर्व छठ पूजा कल से शुरु हो रही है। नहाय खाय से शुरू होने वाली छठ पूजा पूरे 4 दिन में संपन्न होती है। छठ पूजा में भगवा सूर्य और छठी मइय्या की उपासना की जाती है। देश-विदेश में लाखों लोग आस्था के पर्व को बड़ी धूम-धाम के साथ मनाते हैं। सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और झारखंड में छठ की धूम होती है। छठ पूजा में पूजन सामग्री का विशेष महत्व होता है। पूजा के लिए तैयार दउरा या डागर और सूप में खास ठेकुआ से लेकर खास फलों को शामिल किया जाता है। छठी मैय्या को जो फल पसंद हैं उन्हें प्रसाद के रूप में शामिल किया जाता है। इन फलों के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है इन्हें अपने सूप में जरूर शामिल कर लें।
छठ पूजा में जरूर शामिल करें ये फल
डाभ- छठ पूजा के डाला में डाभ जरूर शामिल किया जाता है। ये नींबू से बड़ा होता है। इसे डाब नींबू भी कहते हैं। इसे जानवर नहीं खाते और छठी मईया को ये फल बेहद प्रिय है। इसे छठ पूजा की सामग्री में जरूर शामिल करें।
केला- भगवान विष्णु का प्रिय फल केला भी छठ पूजा में चढ़ाया जाता है। केला छठी मइया को भी बहुत पसंद है। इसलिए इसे पूजन सामग्री में रखा जाता है। केला को काफी शुभ माना जाता है।
श्री फल- नारियल को श्री फल भी कहा जाता है। छठ पूजा में नारियल का भी विशेष महत्व होता है। आप चाहें तो कच्चा या सूखा नारियल डाला में रख सकते हैं। नारियल से मां लक्ष्मी खुश होती हैं और इससे माता की कृपा बनी रहती है।
सिंघाड़ा- छठ के प्रसाद में सीजनल फलों को शामिल किया जाता है। इस वक्त कच्चा सिंघाड़ा खूब मिलता है। सिंघाड़ा माता लक्ष्मी को प्रिय होता है और इसे छठी मैय्या के भोग में भी शामिल किया जाता है। मान्यता है कि इससे घर में धन संपत्ति बनी रहती है।
सुथनी- शकरकंद की तरह दिखने वाला फल होता है सुथनी, जिसे छठ पूजा में शामिल किया जाता है। सुथनी को एक पवित्र फल माना गया है। ये जमीन के अंदर पैदा होता हैय। सुथनी पोषक तत्वों से भरपूर है।
गन्ना- छठ पूजा को बिना गन्ना के अधूरा माना जाता है। गन्ना को बांधकर लोग घाट या नदी में सूर्य की उपासना करते हैं। डाला और सूप में भी गन्ना को रखा जाता है। इससे परिवार और रिश्तों में मिठास बनी रहती है।
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