अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2020: जानिए इतिहास, थीम और इन मैसेज के जरिए नर्सों को कहें शुक्रिया
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस हर साल 12 मई को नर्सों के अथक प्रयासों और योगदान का धन्यवाद देने के लिए विश्व भर में मनाया जाता है।
हर साल 12 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने के पीछे उद्देश्य होता है कि दुनियाभर की नर्सों को सम्मान दिया जाए। नर्स चिकित्सा संस्थान में सबसे आवश्यक भूमिका निभाती हुई नजर आती हैं। मरीजों के स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखती हैं। एक नर्स बीमार व्यक्ति की हर तरह से कोशिश करती हैं जिससे वह जल्दी से ठीक होकर अपने घर जा सके। इस समय दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी हैं। ऐसे में डॉक्टर्स के साथ-साथ नर्स भी अहम भूमिका निभाती हुई नजर आ रही हैं। हर साल 12 मई को नर्स दिवस इसके संस्थापक के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें नाइटिंगेल ऑफ फ्लोरेंस के नाम से जाना जाता है। जानिए अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की शुरुआत कब से हुई।
कैसे हुई इंटरनेशन नर्स डे की शुरुआत
साल 1953 में अमेरिका का स्वास्थ्य, शिक्षा और कल्याण विभाग की डोरोथी सदरलैंड ने राष्ट्रपति ड्वाइट डी. आइसेनहॉवर (Dwight D. Eisenhower) को नर्स दिवस घोषित करने का प्रस्ताव भेजा। इसकी उद्घोषणा कबी नहीं की गई थी।
जनवरी 1974 में, इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स ने घोषणा की। उन्हों कहा कि 12 मई को 'अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस' मनाया जाएगा। इसके साथ ही 1965 के बाद से इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स ने इस दिवस को मनाया। 12 मई को रखने के पीछे कारण था फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म। जो आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक हैं।
जानिए कौन है फ्लोरेंस नाइटिंगेल?
फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई साल 1820 को फ्लोरेंस (इटली) में हुआ था। उन्हें आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक दार्शनिक के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा फ्लोरेंट 'लेडी विद द लैंप' के नाम से भी फेमस हैं। आपको बता दें कि फ्लोरेंस एक ब्रिटिश नर्स, सांख्यिकीविद और समाज सुधारक थीं। क्रीमियन युद्ध के दौरान फ्लोरेंस को ब्रिटिश सैनिकों का नर्सिंग का प्रभार दिया गया था। उन्होंने कई महिलाओं को नर्स की ट्रेनिंग दी थी। इसके अलावा वह वार्डों में कई घंटे बिताती थी और पूरी रात वह मरीजों की देखभाल करती थी। रात में हाथ में लैंप लेकर घूमती थी और इसलिए एक छवि 'लेडी विद द लैंप' के रूप में स्थापित हो गई।
इसके बाद साल 1860 में फ्लोरेंट नाइटिंगेल ने लंदन में सेंट थॉमस अस्पताल में अपने नर्सिंग स्कूल की स्थापना के साथ पेशेवर नर्सिंग की नींव रखी थी। यह दुनिया का पहला नर्सिंग स्कूल था, जो अब लंदन के किंग्स कॉलेज का हिस्सा है। नर्सिंग में अपने अग्रणी कार्य के कारण पहचान बनाने वाली फ्लोरेंस के नाम पर ही नई नर्सों द्वारा नाइटिंगेल प्लेज ली जाती है। फ्लोरेंट ही वह पहली महिला थीं जिन्हें 1907 में ऑर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित किया गया था।
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2020 की थीम
इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स की वेबसाइट के मुताबिक इस साल नर्स दिवस की थीम 'Nursing the World to Health' यानी 'विश्व स्वास्थ्य के लिए नर्सिंग है'।
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस में दें शुभकामनाएं
सेवा का उत्तम भाव तुम्हारा,
निस्वार्थ है बहाव तुम्हारा
बिना भेदभाव के ख्याल रखती हो,
है जनमानस से लगाव तुम्हारा
हैप्पी नर्स डे
जीवन की डोर हो तुम
जीवन संचार हो तुम
करती नैया पार हो तुम
नर्स नहीं भगवान हो तुम
ना जाने क्या था नर्स की उस फूंक में
जो हर चोट ठीक हो जाया करती थी
नर्स लगाती हलकी सी चपत ज़मीन को दर्द सारा दूर हमारा कर देती थी
नर्स से बड़ा गुरु कोई नही
नर्स कभी सलाह गलत देती नहीं
चाहे दुर्योधन हो या अर्जुन
तुम कर्मनिष्ठ सेवा की मूरत,
हर काम तेरा कमाल है
है तहेदिल से आभार तुम्हारा,
तू इंसानियत की मिसाल है।