बढ़ती गर्मी के साथ हो रही है सनबर्न और टैनिंग की टेंशन तो यहां योग से मिलेगा सॉल्यूशन
गर्मी बढ़ते ही धरती तपने लगती है तो लू के थपेड़े हरे-भरे पौधे-पत्तियों को ही नहीं शरीर को भी झुलसाने लगते हैं और इसका असर शरीर के इंटरनल ऑर्गेन पर तो पड़ता ही है।
कुदरत के लिहाज़ से भारत देश कितना खूबसूरत है। यहां हर दो महीने में मौसम बदलता है और मौसम के साथ बदल जाता है आसपास का नज़ारा आबोहवा। मौसम बदलते ही प्रकृति अपना रंग रूप भी बदलती है। कभी ऊंचे ऊंचे बर्फ से ढके पहाड़ मन को लुभाते हैं तो कभी बसंत के मौसम में हर तरफ पीले-पीले सरसों के फूल नजर आते हैं। बाग-बगीचे अलग-अलग फूलों से लदे होते हैं।
बसंत के बाद आती है तपती चुभती - गर्मी। स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों के लिए लंबी छुट्टियों वाला मौसम, तरबूज, खरबूजा, लीची-आम यानी रसीले फलों वाला मौसम, लेकिन कहते हैं जब गर्मी बढ़ते ही धरती तपने लगती है तो लू के थपेड़े हरे-भरे पौधे-पत्तियों को ही नहीं शरीर को भी झुलसाने लगते हैं और इसका असर शरीर के इंटरनल ऑर्गेन पर तो पड़ता ही है। डायजेशन डिस्टर्ब होने के साथ-साथ गर्मी में होने वाली कई दूसरी परेशानियां शुरू हो जाती हैं। स्किन-बालों सबपर गर्मी का बुरा असर पड़ता है।
फिर इन दिक्कतों को छुपाने के लिए लोग तरह तरह के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं, लेकिन असली खूबसूरती मेकअप से नहीं अंदरूनी तंदुरुस्ती से आती है तो चलिए कोरोना के बढ़ते संकट के बीच आज गर्मी में मजबूत इम्यूनिटी के साथ कैसे आए आपकी खूबसूरती मे कुदरती निखार जानते हैं।
गर्मी में स्किन प्रॉब्लम
- पसीने से प्रॉब्लम
- मुंहासे
- टैनिंग
- घमौरियां
- सनबर्न
- ड्रायस्किन
- दाग धब्बे
- डार्क सर्कल
- झुर्रियां
- झाइयां
योग से चेहरे पर पाएं कुदरती निखार:
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- हलासन
- उष्ट्रासन
- सूर्य नमस्कार
- चक्रासन
- भुजंगासन
- दंड बैठक
- पादहस्तासन
- पश्चिमोत्तानासन
शीर्षासन के फायदे:
- ब्रेन से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- बच्चों का दिमाग तेज होता है।
- मेंटल पीस और मेमोरी पावर बढ़ता है।
- आंखों की रोशनी बढ़ती है।
सर्वांगासन के फायदे:
- हाथ-कंधों की मसल्स मजबूत बनती हैं।
- बच्चों का कंसंट्रेशन बढ़ता है।
- मेमोरी तेज होती है।
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर होता है।
- आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
- चेहरे पर ग्लो आता है।
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
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दंड बैठक के फायदे:
- दंड बैठक से हार्मोंस एक्टिव होते हैं।
- ब्लड प्रेशर और डायबिटीज कंट्रोल होता है।
- कंधे और हाथ की मसल्स मजबूत होती है।
भुजंगासन के फायदे:
- फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।
- पेट से जुड़े रोगों में कारगर है।
- मोटापा कम करने में मदद करता है।
सूर्य नमस्कार के फायदे:
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर।
- हार्ट मजबूत होता है।
- पाचन तंत्र बेहतर होता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक है।
- डिप्रेशन दूर करता है।
- लिवर को मजबूत बनाने में मदद करता है।
- शरीर को ऊर्जा मिलती है।
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है।
तिर्यक ताड़ासन के फायदे:
- लंग्स को मजबूत बनाता है।
- वजन घटाने में मदद मिलती है।
- मन को शांत रखने में सहायक है।
- कमर दर्द में आराम मिलता है।
- रोज करने से शरीर लचीला होता है।
चक्की आसन के फायदे:
- पेट कम करने में फायदेमंद है।
- पीठ की अच्छी एक्सरसाइज होती है।
- तनाव कम करने में कारगर है।
उत्तानपादासन के फायदे:
- पैरों की मसल्स मजबूत होती हैं।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- कमर दर्द में आराम मिलता है।
- वजन कम करने में मददगार है।
- एसिडिटी ठीक होती है।
- हार्ट को मजबूत बनाता है।
जवां रहने के लिए करे ये प्राणायाम
भस्त्रिका-
इस प्राणायाम को करने से पूरे शरीर में ऑक्सीजन का ठीक ढंग से प्रवाह होता है, जिससे आपको डायबिटीज के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों से भी निजात मिल जाएगा। साथ ही स्किन भी दमकेगी अस्थमा वाले रोगी तेजी से न करें।
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कपालभति
कपालभाति करने से पूरे शरीर सकारात्मक ऊर्जा के साथ हर रोग से मुक्ति मिलती है। इसे रोजाना कम से कम 5-10 मिनट करना चाहिए।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
फंगल इन्फेक्शन से बचाव के लिए उपाय
काया कल्पवटी - 2-2 गोली खाली पेट
नीम और गिलोय गोली- खाने के बाद
एलोवेरा जूस पी लें और लगा भी लें
कैसा हो खान-पान?
एलोवेरा का जूस पिएं।
एलोवेरा जेल लगाएं।
अंकुरित चने और मूंगफली खाएं।
बादाम, मुनक्का, अंजीर और चिलगोजा खाएं।
खुमानी, अखरोट भी खाने में शामिल करें।
तला हुआ खाना ना खाएं।
तेज मसालों से परहेज करें।
आयुर्वेदिक फेसपैक:
- चिरौंजी
- बादाम
- खीरा
- पका पपीता
- पका केला
- एलोवेरा
- हल्दी
- बेसन
- इन सबको मिलाकर फेसपैक बना लें।
- 15 मिनट चेहरे पर लगाकर रखें।
- सादे पानी से चेहरे को धो लें।