क्या है एलोपेसिया जिसको लेकर ऑस्कर में हुआ बवाल, जानें इस बीमारी का घरेलू उपचार
इस रोग में सिर पर छोटे-छोटे पैच के रूप में बाल झड़ने लगते हैं। इन पैचों में बाल पूरी तरह से साफ हो जाते हैं।
Highlights
- इस बीमारी में कई बार स्कैल्प पर जगह-जगह छोटे-छोटे पैचेज बन जाते हैं
- इन पैचों में बाल पूरी तरह से साफ हो जाते हैं
पुरुष हो या महिला हर किसी का बाल झड़ना नॉर्मल होता है लेकिन अगर ये नॉर्मल से ज्यादा झड़ रहे हैं तो थोड़ी टेंशन लेने की बात है। जब बाल जरूरत से ज्यादा झड़ने लगते हैं तो इसका मतलब है कि आप एलोपेसिया एरेटा के शिकार हो गए हैं। इस बीमारी में कई बार स्कैल्प पर जगह-जगह छोटे-छोटे पैचेज बन जाते हैं।
एलोपेसिया एरेटा से ग्रसित पुरुषों के सामने और साइड के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। वहीं महिलाओं के सिर के बीच वाले बाल झड़ना शुरू हो जाते है। इस समस्या में पुरुष गंजापन के शिकार हो जाते हैं। कई बार इसके लक्षण जल्दी समझ नहीं आते, जिसकी वजह से उपचार मुश्किल हो सकता है।
क्या है एलोपेसिया एरेटा-
इस रोग में सिर पर छोटे-छोटे पैच के रूप में बाल झड़ने लगते हैं। इन पैचों में बाल पूरी तरह से साफ हो जाते हैं। कुछ लोगों में ऐसे लक्षण दाढ़ी और पलकों के साथ शरीर के अन्य हिस्सों में भी देखे जा सकते हैं। एलोपेसिया के कई प्रकार होते हैं और यह आमतौर पर 30-50 वर्ष की आयु की लोगों में होता है। कुछ लोगों के बाल कुछ ही जगहों पर झड़ते हैं, तो कुछ लोगों में हर जगह से झड़ते हैं। बालों के झड़ने से पहले प्रभावित हिस्से में खुजली या जलन हो सकती है। यह समस्या तब होती है, जब इम्यून सिस्टम हेयर फॉलिकल पर हमला करते हैं, जिसके कारण अचानक सिर की त्वचा और शरीर के अन्य हिस्सों से तेजी से बाल टूटने लगते हैं। एक स्थिति यह भी आती है कि सिर के बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं लेकिन दोबार से उग भी आते हैं।
एलोपेसिया से निजात पाने के घरेलू नुस्खे-
- अधिक मात्रा में हरी सब्जियां खाएं।
- एक लोहे की कढाई में नारियल या तिल तेल डालकर गर्म करें। इसके बाद इसमें दरदरा मेथी, करी पत्ता का पेस्ट, भांग की पत्तियों का पेस्ट, नीम के पत्ते, सफेद प्याज का रस, भृंगराज, एलोवेरा, कलौंजी का पाउडर डालकर पकाएं। इसके बाद इसमें थोड़ा सा गाय या बकरी का दूध डालकर पका लें। अच्छी तरह से पक जाने के बाद इसे ठंडा होने दें और छानकर इसे बालों में लगाएं।
- तेल के अलावा आप पेस्ट के रूप में भी मेहंदी के साथ इसे लगा सकते हैं। इसके लिए नारियल या तिल का तिल, थोड़ा दूध, करी पत्ता, मेथी, बंह्गराज, कलौजी, भांग, प्याज, गुलर के पत्ते, मेहंदी, त्रिफला को पीसकर पेस्ट बना लें। इसके बाद इसे बालों में लगा लें। 1-2 लगा रहने के बाद साफ पानी से धो लें।
- सफेज प्याज और गुलर के पत्तों का रस दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर बालों की स्कैल्प पर लगा लें। इससे भी फायदा मिलता है।
- कौड़ी को रात में नींबू के पानी में भिगो दें। इससे वह पानी में बिल्कुल घुल जाएगी। अब रात को सोने से पहले इसे बालों में अच्छी तरह से लगा लें और सुबह धो लें। इससे एलोपेसिया से निजात मिलेगा।
- अगर फंगल इंफेक्शन से परेशान हैं तो धूतरे के बीज को गौमूत्र के साथ पीसकर बालों में लगा लें। इससे लाभ मिलेगा।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।