Hair Fall in Monsoon: मानसून में बालों के झड़ने की समस्या से हैं परेशान? तो ये टिप्स आएंगे बड़े काम
Hair Fall in Monsoon: आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बताएंगे जिनका इस्तेमाल करके आप मानसून के दौरान बाल टूटने की समस्या को दूर कर सकते हैं।
Hair Fall in Monsoon: चिलचिलाती गर्मियों के बीच मानसून आ जाए तो फिर क्या ही कहना। मानसून की वो कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हर किसी को पसंद होती है। लेकिन बारिश का यह मौसम अपने साथ कई हेल्थ प्रॉब्लम्स भी लेकर आता है, जिनमें से एक हेयर फॉल की प्रॉब्लम भी शामिल हैं। दरअसल, बारिश के कारण होने वाली नमी बालों को टूटने पर मजबूर कर देती है जिसकी वजह से बालों पर काफी बुरा असर पड़ता है और बालों को सही ढंग से पोषण नहीं मिल पाता है। ऐसे में तेजी से आपके बाल झड़ने लगते हैं।
अगर आपके साथ भी यह समस्या है तो अब आपको चिंता करने करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बताएंगे जिनका इस्तेमाल करके आप मानसून के दौरान बाल टूटने की समस्या को दूर कर सकते हैं। इतना ही नहीं इनकी मदद से डैंड्रफ और सिर में खुजली जैसी समस्याएं भी दूर होंगी। तो आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
बादाम का तेल
बालों को हेल्दी और मजबूत बनाए रखने के लिए बादाम का तेल सबसे कारगर माना जाता है। मानसून के मौसम में आप इस तेल का इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए बादाम के तेल के साथ थोड़ा सा शहद और कुछ पत्तियां कैमोमाइल (Chamomile) की डाल लें। उसके बाद इसे बालों में अच्छी तरह से लगा लें और फिर करीब 1 घंटा बाद बाल धो लें। सप्ताह में ऐसा कम से कम 2 बार जरूर करें।
आंवला का रस
आंवला में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और बालों झड़ने से रोकते हैं। इसके लिए ताजे आंवला का रस निकालकर उसे रुई के टुकड़े की मदद से अपने बालों की जड़ों में अच्छे से लगाएं। उसके बाद रस को कम से कम 30 मिनट तक रखें और फिर पानी से धो लें।
नारियल तेल
आमतौर पर मानसून में बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं। इसके लिए नारियल तेल काफी फायदेमंद होगा। इसके लिए एक कटोरी में थोड़ा सा गुनगुना नारियल में नींबू का रस डालकर अच्छे से मिक्स कर लें। उसके बाद इन्हें बालों की स्कैल्प में अच्छी तरह से लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें और फिर करीब आधा से एक घंटा लगा रहने के बाद माइल्ड शैंपू से बालों को धो लें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।
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