अगर आपको अपने चहेरे पर दाग धब्बे नज़र आए तो उसे सामान्य समझकर नज़रअंदाज न करे। बता दें, मेलाज्मा नामक बीमारी की वजह से चेहरे पर भूरे रंग की दाग धब्बे दिखाई देने लगते हैं। यह कंडीशन 21 से 50 साल की महिलाओं में ज़्यादा देखने को मिलती है। मेलेनिन एक प्रकार का हार्मोन होता है जो त्वचा के रंग का पता लगाता है। अगर मेलेनिन का उत्पादन असामान्य रूप से गड़बड़ हो जाता हैं तो स्किन के ऊपरी परत पर काले धब्बे पड़ जाते हैं जिन्हें पिगमेंटेशन कहते हैं। ऐसे में चलिए हम आपको बताते हैं इस कंडीशन से छुटकारा पाने के लिए आपको क्या करना चाहिए?
कैसे करें मेलाज्मा से बचाव?
एक शोध के मुताबिक दुनिया भर में करीब साढ़े चार करोड़ से पांच करोड़ लोगों को मेलाज्मा की शिकायत है। सूरज की रोशनी में अधिक वक्त बिताने से मेलाज्मा होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए सूरज की रोशनी में बाहर ना निकलना, खुद को सूरज की सीधी किरणों से बचाना है। जिन लोगों के परिवार में मेलाज्मा हुआ है, उन्हें सूरज की रोशनी में अधिक वक्त बिताने से बचना चाहिए।
मेलाज्मा से बचने के लिए आज़माएं ये घरेलू नुस्खे
-
नींबू का रस: चेहरे और गर्दन में ताजा निचोड़ा हुआ नींबू का रस लगाएं। दस मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें। नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड, त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है, साथ ही कोशिकाओं को दोबारा बनाने की प्रक्रिया को भी तेज करता है।
-
हल्दी पाउडर और बेसन: हल्दी पाउडर और बेसन को समान मात्रा में दूध के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं, तथा इसे चेहरे और गर्दन पर लगाएं। सूख जाने के बाद गुनगुने पानी से धो लें। इससे चेहरे की चमक बनी रहती है। हल्दी त्वचा पर निशान या दाग को मिटाने में अच्छा कार्य करती है। यह एक बेहतर एंटीसेप्टिक है। त्वचा में चमक लाती है, तथा त्वचा संक्रमण समेत कई तरह के त्वचा रोगों के लिए रामबाण है।
-
कच्चे आलू का रस: कच्चे आलू के रस को चेहरे पर लगाएं, तथा सूखने पर धो दें। यह चेहरे से दाग-धब्बों को हटाता है तथा त्वचा में कसाव लाता है।
Latest Lifestyle News