कमजोर होकर टूटने लगे हैं बाल? ऐसे करें आलू के जूस का इस्तेमाल, Hair होंगे जड़ से मजबूत और मिलेगी गजब की शाइनिंग
अगर आपके बाल भी टूटकर गिरने लगे हैं तो अपनी हेयर केयर रूटीन में आलू के जूस का इस्तेमाल करें। इससे आपके हेयर को कई फायदे मिलेंगे।
इन दिनों लोग कम उम्र में ही हेयर फॉल की समस्या से बहुत ज़्यादा परेशान हैं। ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज़ के साथ एक बार आलू के जूस का नुस्खा भी ज़रूर आज़माएं। आलू सिर्फ सब्जियों का ही राजा नहीं है बल्कि ये हेयर की कई परेशानियों को भी दूर करने में कारगर है। इसमें ऐसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपके हेयर की बेहतरीन केयर करते हैं। चलिए हम आपको बताते हैं बालों को हेल्दी रखने के लिए आलू का कैसे इस्तेमाल किया जाता है।
आलू में पाए जाते हैं ये पोषक तत्व:
आलू में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट काफी मात्रा में पाए जाते हैं।इसके साथ ही इसमें बीटा कैरोटीन, विटामिन ए, बी, सी, ई और के और पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम जैसे मिनिरल्स भी पाए जाते यहीं जो आपके बालों के लिए बेहद ज़रूरी है
कैसे बनाएं और लगाएं आलू का रस?
एक मीडियम साइज का आलू को धोएं। इसे पीसकर जूस को छान लें। अब आप इसे रुई की मदद से अपने बालों की जड़ों में लगाएं। इस जूस को बालों पर करीब 20 मिनट तक लगाकर रखें और फिर पानी से धो दें। एक हफ्ते में 2 बार आलू का जूस लगाएं। कुछ ही महीनों में आपको इस नुस्खे का असर दिखना शुरू हो जाएगा और आपके बाल मजबूत हो जाएंगे।
हेयर की इन समस्याओं में कारगर है आलू का जूस:
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बालों को बनाएं शाइनी: आलू का जूस हेयर की फ्रिज़ीनेस को दूर करता है और बालों की नेचुरल शाइनिंग को लौटाता है।इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन आपके बालों की चमक को बरकरार रखता है।
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रिग्रोथ में करता है मदद: विटामिन सी, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, बीटा कैरोटीन और नियासिन से भरपूर, आलू का रस बालों के सेल्स, फॉलिकल्स और स्कैल्प को गहराई से पोषण देने में मदद करता है।जिससे बालों का फिर से विकास होता है।
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बालों को झड़ने से रोके: आलू में मौजूद आयरन और विटामिन बी और सी की प्रचुर मात्रा बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है जिससे बालों का झड़ना रुकता है।
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स्कैल्प को बनाता है हेल्दी: मैग्नीशियम और विटामिन बी से युक्त आलू का रस स्कैल्प के डेड सेल्स, तेल और गंदगी से छुटकारा दिलाता है।इस वजह से आपका स्कैल्प हेल्दी होता है। यह स्कैल्प की समस्याओं जैसे कि रूखापन और रूसी से निपटने में भी मदद करता है।