विजयादशमी कल, मां का विसर्जन और श्री राम की पूजा ऐसे करें
नई दिल्ली: आश्विन मास का शारदीय नवरात्र के दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम ने दशानन रावण का वध किया था। साथ ही रावण के
शुभ मुहूर्त इस तरह हैं। इसके अनुसार आप दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, शस्त्र पूजन व भगवान श्रीराम की पूजा कर सकते हैं-
सुबह 6:30 बजे से 8:00 बजे तक- शुभ
सुबह 10:50 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक- चल
सुबह 11:45 बजे से दोपहर 12:25 बजे तक- विजय मुहूर्त
दोपहर 12:00 बजे से 01:37 बजे तक- लाभ
शाम 4:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक- शुभ
शाम 6:00 बजे से 7:30 बजे तक- अम़ृत
शाम 7:30 बजे से रात 9:00 बजे तक- चल
ऐसे करें भगवान श्री राम की पूजा
श्री राम की पूजा करने से आप कई परेशानियों से बच सकते है। इस दिन श्री राम की पूजा करने का बहुत ही अधिक महत्व है। इसलिए दशहरा के दिन ब्रह्ममुहुर्त मे जगना चाहिए। अपने सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करें। इसके बाद उत्तर दिशा की ओर एक मंडप बनाएं और बीच में एक चौकी या वेदी रखें। इस वेदी में भगवान राम और सीता की मूर्ति विराजित करें। इसतके बाद बड़ी ही श्रृद्धा के साथ इन्हें पंच तत्व यानि कि गंध, चावल, फूल, धूप, दीप से पूजा करें। इसके बाद इस मंत्र को बोलें-
मंगलार्थ महीपाल नीराजनमिदं हरे।
संगृहाण जगन्नाथ रामचंद्र नमोस्तु ते।।
ऊँ परिकरसहिताय श्रीसीतारामचंद्राय कर्पूरारार्तिक्यं समर्पयामि।
इसके बाद भगवान श्री राम और सीता की आरती करें। आरती में आप घी का दीपक और कपूर से करें।
इसके बाद आरती का आचमन कर रख दें। फिर फूल चढ़ाए और इस श्लोक के साथ प्रदक्षिणा करें-
यानि कानि च पापानि ब्रह्महत्यादिकानि च।
तानि तानि प्रणशयन्ति प्रदक्षिण पदे पदे।।
इसके बाद हाथ जोड़कर भगवान से क्षमायाचना करें कि कोई भूल से गलती हुई हो तो माप करें और अपना आशीर्वाद प्रदान करें।
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