नई दिल्ली: भारत की नेहल चुदासमा मिस यूनीवर्स 2018 प्रतियोगिता में शीर्ष 20 तक भी नहीं पहुंच पाईं जबकि फिलीपींस की कैटरिओना ग्रे 93 प्रतियोगियों को पछाड़कर विश्व सुंदरी बन गईं। भारत को 22 वर्षीय नेहल से काफी उम्मीदें थी कि वह यह ताज जीतकर देश के लिए लंबे समय से चले आ रहे सूखे को समाप्त करेंगी। इससे पहले लारा दत्ता ने वर्ष 2000 में देश को यह गौरव प्राप्त कराया था।
वहीं दक्षिण अफ्रीका की टैमरिन ग्रीन फर्स्ट रनर-अप रहीं, जो एक मेडिकल छात्रा हैं और वेनेजुएला की पेशे से वकील शेफनी गुटेरेज दूसरी रनर अप रहीं। वहीं स्पेन की एंजेला पोंस ने पहली महिला ट्रांसजेंडर के तौर पर मिस यूनीवर्स प्रतियोगिता में भाग लेकर इतिहास रच दिया।
प्रतियोगिता के अंतिम दौर में ग्रे से जीवन में सीखे सबसे महत्वपूर्ण पाठ और वह इसे मिस यूनीवर्स बनने के बाद कैसे इस्तेमाल करेंगी इस बारे में पूछा गया था। इस पर उन्होंने कहा, "मैंने मनीला की झुग्गी-बस्तियों के लिए बहुत काम किया है और वहां जिंदगी बेहद गमगीन है। मैंने हमेशा खुद को उनकी खूबसूरती देखना सिखाया, बच्चों के चेहरों की खूबसूरती देखना सिखाया और मैं मिस यूनीवर्स के रूप में इस पहलू का इस्तेमाल करते हुए ऐसी परिरिस्थितियों को देखूंगी जहां मैं अपना योगदान दे सकूं।"
उन्होंने कहा, "और मैं लोगों को आभारी होना भी सिखा पाई तो हमारे पास ऐसी अद्भुत दुनिया होगी जहां नकारात्मकता नहीं पनपेगी और बच्चों के चेहरे पर मुस्कुराहट होगी।"
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