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Hindi News लाइफस्टाइल फैशन और सौंदर्य इस साल शारदीय नवरात्र में मां की विदाई और रावण दहन एक ही दिन, जानिए

इस साल शारदीय नवरात्र में मां की विदाई और रावण दहन एक ही दिन, जानिए

नई दिल्ली: नवरात्र में इस बार तिथियों का घटना और फिर बढना । जिसके कारण इस बार सभी लोग असमंजस में है कि कब अष्टमी है और किस दिन नवमी। हम अपनी खबर में बता

इस साल नवरात्र की...- India TV Hindi इस साल नवरात्र की महाअष्टमी 21 अक्टूबर को 1: 29 मिनट तक

नई दिल्ली: नवरात्र में इस बार तिथियों का घटना और फिर बढना । जिसके कारण इस बार सभी लोग असमंजस में है कि कब अष्टमी है और किस दिन नवमी। हम अपनी खबर में बता रहे कि किस दिन कौन सी तिथि लगेगी। नवरात्र एक ऐसा पर्व है जिसे बड़ी ही धूम-धाम और श्रद्धा से मनाया जाता है, लेकिन इस बार मां को विदाई और रावण का दहन एक ही दिन होगा। जिसको लेकर लोगों के बीच तिथि को लेकर असमंजस में है।

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हिंदू धर्म के अनुसार ज्योतिषचार्यों ने बताया है कि इस बार मां कि विदाई और रावण दहन यानि की दशहरा एक ही दिन मनाया जाएगा। इसका मुख्य कारण है तिथियों का घटना-बढ़ना और दशमी के दिन श्रावण नक्षत्र आनें से।

इस साल नवरात्र की अष्टमी 21 अक्टूबर को दोपहर 1: 29 मिनट तक रहेगी। इसके बाद नवमी शुरू हो जाएगी जो इस दिन से होते हुए दूसरे दिन यानि की 22 अक्टूबर को सुबह 11: 58 मिनट तक रहेगी। इसके बाद ही दशमी शुरु हो जाएगी। जो पूरें दिन रहेगी। इस दिन सूर्योदय से 1:38 तक श्रवण नक्षत्र है। शास्त्रों की बात मानें तो इस नक्षत्र में दशहरा बनाना अच्छी है।

  • अगर आप अपने घर में अष्टमी का पूजन करते है, तो बुधवार को 1:29 बजे से पहले हवन और कन्या पूजन कर लें। नही फिर नवमी लग जाएगी। इन तिथियों में कन्य को कुढ न कुछ जरुर दान करना चाहिए साथ ही उनको भोजन भी कराना चाहिए।
  • अगर आप नवमी के दिन पूजन-हवन करते है तो 12 बजें से पहवृले कर लें। नही तो उसके बाद दशमी तिथि शुरु हो जाएगी।
  • वैसे तो हर बार श्रवण नक्षत्र को ही दशहरा मनाया जाता है, लेकिन इस बार उस दिन नवमी होने के कारण दशहरा और मां की विदाई एक साथ होगी।

विजया मुहूर्त
इस बार विजय मुहूर्त दोपहर के समय है जो 1:35 मिनट से लेकर 2:20 मिनट तक है। 

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