स्किन डैमेज कर सकता है नींबू का ज्यादा इस्तेमाल, जानिए कैसे
खूबसूरती क्या है? देखी जाए तो कुछ नहीं और अगर ध्यान दी जाए तो पूरी दुनिया इसी के पीछे पागल है। यह सच भी है हर इंसान खूबसूरत दिखने के लिए हर वह चीज करना चाहता है जो उसके बस में हो। लेकिन कई तब भी निराशा हाथ लगती है।
नई दिल्ली: खूबसूरती क्या है? देखी जाए तो कुछ नहीं और अगर ध्यान दी जाए तो पूरी दुनिया इसी के पीछे पागल है। यह सच भी है हर इंसान खूबसूरत दिखने के लिए हर वह चीज करना चाहता है जो उसके बस में हो। लेकिन कई तब भी निराशा हाथ लगती है। सुंदर दिखने की चाह हर किसी को होती है, जिसके लिए लोग क्या कुछ नहीं करते। सुंदरता को बढ़ाने के लिए लोग मार्केट में मौजूद तमाम ब्यूटी प्रोडक्ट्स से लेकर घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं, लेकिन कई बार प्रॉपर नॉलेज न होने के चलते हम जिन चीजों को खूबसूरती बढ़ाने के चक्कर में इस्तेमाल कर रहे होते हैं, वे असलियत में सिर्फ मिथ होते हैं। आइए जानते हैं आपकी स्किन की देखभाल से जुड़े कुछ मिथ...
स्किन पर नींबू घिसना फायदेमंद होता है
सच- कई बार हम अपने चेहरे पर पिंपल फ्री रखने के लिए स्क्रबिंग के तौर पर नींबू को घिस लेते हैं, लेकिन ऐसा करने से हमारी स्किन पर नुकसान भी पहुंच सकता है। नींबू में साइट्रिक एसिड होता है जिसका सीधे स्किन के संपर्क में आना अच्छा नहीं होता है। इसलिए चेहरे पर सीधा नींबू लगाने के बजाय इसे गिलस्रीन या पैक में मिला करके लगाएं।
बार बार चेहरा धोने से मुंहासे ठीक हो जाते हैं
सच- अगर आप भी ऐसा सोचती हैं कि बार बार चेहरे को धोने से मुंहासे ठीक हो जाते हैं तो आपको बता दें ऐसा नहीं है। बार बार चेहरे को धोने से स्किन से जरूरी ऑयल भी खत्म हो जाता है जिससे स्किन ड्राई हो जाती है और ऐसे में पिंपल्स ज्यादा होते हैं। अच्छ होगा कि दिन में दो या तीन बार ही अपने चेहरे को वॉश करें।
स्क्रब और फेशियल से पिंपल दूर होते हैं
सच - अगर आप यह सोचकर स्क्रबिंग, क्लीनिंग और फेशियल पर पैसे खर्च करते हैं कि इनसे आपके पिंपल्स दूर होंगे तो यह आपकी भूल है। इससे त्वचा के पोर खुलते हैं और त्वचा अधिक सेन्सटिव हो जाती है। पिंपल्स कम होने के बजाय बढ़ जाते हैं।
फेयरनेस क्रीम त्वचा को गोरा बनाती है
सच- अगर आप ऐसा सोचती हैं कि फेयरनेस क्रीम आपको गोरा बनाती हैं तो आप आज तक गलत सोच रही थी। तमाम कंपनी सिर्फ इस बात का दावा मार्केटिंग के लिए करती हैं, जबकि यह सभी क्रीम आपकी त्वचा से पिगमेंटेशन हटाती हैं। ऐसे में हमारी सलाह आपको ये ही रहेगी कि स्कीन की रंगत की चिंता छोड़ खुद में विश्वास बनाए रखें।
क्लाउडी डे यानी कि जिस दिन बादल ज्यादा हो, उस दिन हमें सनस्क्रीन की जरूरत नहीं
सच- सनस्क्रीन हमें अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाता है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप सिर्फ धूप में निकलने से पहले ही सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। जिस दिन आसमान में बादल ज्यादा होते है, उस दिन भी सूरज की किरणें हम तक आराम से पहुंचती है। इसलिए खुद की बेहतरी के लिए हमेशा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना न भूलें।