हैदराबाद। कोरोना वायरस महामारी के कारण तेलंगाना में ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने को लेकर कोई स्पष्ट दिशानिर्देश नहीं है, ऐसे में राज्य के सामाजिक एवं आदिवासी कल्याण रिहायशी शिक्षण संस्थानों के छात्र, शिक्षक बनकर अपने सहपाठियों को पढ़ा रहे हैं। तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी (टीएसडब्ल्यूआरईआईएस) और तेलंगाना ट्राइबल वेलफेयर रेजिडेंशियल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी (टीटीडब्ल्यूआरईआईएस) के सचिव आरएस प्रवीण कुमार के अनुसार, कोविड-19 के कारण लागू लॉकडाउन में स्कूल बंद हैं और शैक्षणिक सत्र शुरु होने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
इस तरह के माहौल में ‘विलेज लर्निंग सर्कल’ (वीएलसी) जैसी पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह योजना केवल टीएसडब्ल्यूआरईआईएस और टीटीडब्ल्यूआरईआईएस के छात्रों के लिए है, लेकिन दूसरे स्कूलों के छात्र भी इसमें हिस्सा ले सकते हैं। प्रवीण कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘वीएलसी घरों, पंचायत कार्यालयों, चर्चों, स्कूलों, धार्मिक स्थलों और गांवों में अन्य शिक्षण केंद्रों से संचालित किए जा रहे हैं। पढ़ाई में कुशल और अच्छे संचार कौशल वाले छात्र शिक्षक की भूमिका में आकर अन्य छात्रों को पढ़ाते हैं।” अधिकारी ने कहा, ‘‘सभी छात्रों को हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने, फेस मास्क पहनने और आपस में न्यूनतम छह फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए कहा गया है।’’
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