महाराजा विक्रमादित्य फेलोशिप: 1,80,000 की फेलोशिप पाने का सुनहरा अवसर, ऐसे करें अप्लाई
चयन समिति की अनुशंसा के आधार पर फेलोशिप प्रदान करने का निर्णय अंतिम और सर्वमान्य होगा...
नई दिल्ली: महाराजा विक्रमादित्य फेलोशिप पाने के लिए सुनहरा मौका है। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ ने वर्ष 2018-19 के अतंगर्त विभिन्न विषयों पर शोधकार्य के लिए भारतीय नागरिकों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। चयन समिति की अनुशंसा के आधार पर फेलोशिप प्रदान करने का निर्णय अंतिम और सर्वमान्य होगा। फेलोशिप के दौरान किए गए शोध कार्य का प्रकाशन और प्रदर्शन का सर्वाधिकार महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ का होगा।
महाराजा विक्रमादित्य सीनियर फैलोशिप राशि रु. 1,80,000 (एक)
-विक्रमादित्य कालीन न्याय प्रणाली
महाराजा विक्रमादित्य जूनियर फैलोशिप राशि रु. 1,20,000 (तीन)
-विक्रमादित्य और लोक प्रशासन
-विक्रमादित्य की शासन पद्धति
-विक्रमादित्य संबंधी प्राचीन अप्रकाशित
-पांडुलिपि की सानुवाद या मूल प्रस्तुति
पात्रता
सीनियर फेलोशिप (न्यूनतम आयु 35 वर्ष, 1 अप्रैल 2018 की स्थिति में)
दर्शन, इतिहास, सामाजिक विज्ञान, मानविकी विद्याओं, साहित्य अथवा कलाओं में से किसी एक विषय में पीएच.डी. अथवा इतिहास, शिक्षा, संस्कृति, दर्शन या भारतीय साहित्य में अपने योगदान के द्वारा प्रतिष्ठित विद्वान अथवा विश्विद्यालयीन/महाविद्यालयीन प्राध्यापक थवा राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय ख्याति प्राप्त विद्वान या ऐसे लेखक, सम्पादक, पत्रकार जिनकी दो से अधिक पुस्तकें प्रकाशित व चर्चित हो चुकी हैं, फैलोशिप के लिए आवेदन कर सकेंगे।
जूनियर फेलोशिप (अधितम आयु 50 वर्ष, 1 अप्रैल 2018 की स्थिति में)
दर्शन, इतिहास, सामाजिक विज्ञान, मानविकी विद्याओं, साहित्य अथवा कलाओं में से किसी एक विषय में न्यूनतम स्नाकोत्तर उपाधि एवं लेखन कार्य का अनुभव आवश्यक है। पीएच.डी. उपाधिधारी भी आवेदन कर सकते हैं।
अंतिम तिथि- 31 मार्च, 2018 तक आवेदन-पत्र निदेशक, महाराज विक्रमादित्य शोधपीठ, 1, उदयन मार्ग, उज्जैन-456010, दूरभाष/फैक्स- 0734-2521499, ईमेल vikramadityashodhpeeth@gmail.com को आवश्यक रूप से भिजवाना होगा।
आवेदन पत्र प्रारूप
1.नाम 2. स्थायी पता 3. जन्मतिथि 4. जन्म स्थान 5. पासपोर्ट आकार के दो छायाचित्र 6. भारत में निवास की अवधि 7. रोजगार की स्थिति 8. शोध के लिए प्रस्तिवित प्रोजेक्ट 9. फैलोशिप की अवधि में किए जाने वाले कार्य का शीर्षक एवं विवरण 10. संबंधित क्षेत्र में योगदान एवं अनुभव 11. ऐसे दो सम्मानित विद्वानों के संदर्भ (नाम एवं पता) जिन्हें नामांकित व्यक्ति की योग्यता/कार्य की जानकारी हो।