चंद्रयान 2: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग 70 छात्र बनेंगे इस ऐतिहासिक पल के गवाह, जानिए कैसे हुआ चयन
भारत के लिए ये पल इतना महत्वपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चंद्रयान की लाइव लैडिंग देखने के लिए इसरो में मौजूद रहेंगे।
Chandrayaan 2 Landing: भारत के लिए ये पल इतना महत्वपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चंद्रयान की लाइव लैडिंग देखने के लिए इसरो में मौजूद रहेंगे। खास बात ये है कि इस दौरान देश भर के 70 छात्र-छात्राएं भी उनके साथ इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे। 70 छात्रों को चुना गया है, उनमें से 16 केंद्रीय विद्यालय (Central School) के हैं।
ये छात्र देखेंगे Chandrayaan 2 की Live Landing :-
1. लखनऊ के जानकीपुरम सेक्टर-6 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (Delhi Public School) की 10वीं की छात्रा राशि वर्मा (Rashi Verma) का इस पल के लिए चयन हुआ है। मूलरूप से यूपी के ही सीतापुर की रहने वाली राशि ने बताया कि पीएम मोदी उनके आदर्श हैं। उनसे मुलाकात के दौरान वह पूछेंगे कि उन्हें (पीएम को) बिना थके, हर वक्त काम करते रहने के लिए इतनी ज्यादा ऊर्जा कहां से मिलती है।
2. नोएडा के एमिटी स्कूल में कक्षा 10 में पढ़ने वाले शिवांस पाल (Shivansh Pal) भी चंद्रयान-2 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग (Soft Landing) देखेंगे। शिवांश का कहना है कि उनकी रुचि अंतरिक्ष विज्ञान में है और वह इसी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं।
3. केंद्रीय विद्यालय मिजोरम की कक्षा 10 की छात्रा अन्या सिंह (Anya Singh) भी इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनेंगी। मूल रूप से यूपी के जौनपुर की रहने वाली आन्या का चयन मिजोरम राज्य से हुआ है।
4. दिल्ली कैंट स्थित केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidhyalaya) के छात्र मानोग्य सिंह सुयांश (Manogya) भी पीएम संग भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में चंद्रयान 2 की लाइव लैंडिंग देखेंगे।
5. चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित सेक्रेड हार्ट स्कूल की छात्रा रेजल गुप्ता (Rezal Gupta) भी इस ऐतिहासिक पल की गवाह बनेंगी। इससे पहले रेजल को मई 2019 में युविका प्रोग्राम के अंतर्गत इसरो अहमदाबाद में 15 दिन व्यतीत करने का अवसर भी मिला था। रेजल स्पेस क्विज प्रतियोगिता में चुनी गई चंडीगढ़ की अकेली छात्रा हैं।
6. पंचकूला के अमरावती विद्यालय की कक्षा आठ की छात्रा निष्ठा (Nishtha) भी पीएम संग इस पल का गवाह बनेंगी। उनकी इच्छा अंतरिक्ष यात्री बनने की है।
7. रांची के धुर्वा की रहने वाली मृदुला कुमारी को इसरो जाकर प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान की लैंडिग देखने का मौका मिल रहा है। मृदुला धुर्वा के संत थॉमस स्कूल की नौवीं कक्षा की छात्रा है।
8. मणिपुर के पूर्वी इम्फाल के यारलपत स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र वाहेंगबम देवनंदा भी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे।
9. राजस्थान के चुरू स्थित केंद्रीय विद्यालय की 9वीं कक्षा की छात्रा गरिमा शर्मा (Garima Sharma) भी चंद्रयान 2 की लाइव लैंडिंग देखेंगे। मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ की रहने वाली गरिमा, पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानती हैं।
10. छ्त्तीसगढ़ के महासमुंद जिला स्थित केंद्रीय विद्यालय की 9वीं की छात्रा श्रीजल चंद्राकर का भी इस प्रतियोगिता में चयन हुआ है।
11. मेघालय के चेरापूंजी स्थित रामकृष्ण मिशन स्कूल के छात्र रिबैत फावा का भी चयन हुआ है।
12. उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित शिवालिकनगर के रहने वाले छात्र गर्व सक्सेना।
13. ओडिशा के झारसुगुड़ा के चिन्मय चौधरी।
14. महाराष्ट्र के खरड़ की शगुन पंजवानी।
15. हैदराबाद की कंचना बालाश्री वासवी।
16. अहमदाबाद के छात्र निश्चल इस पल के गवाह बनेंगे।
17. अहमदाबाद की ही छात्रा अनुष्का अग्रवाल भी इस मौके पर इसरो में मौजूद रहेंगी।
18. बेंगलुरू के जीशान संजीब का भी चयन हुआ है।
19. करेरा मध्य प्रदेश की कनिष्का गुप्ता भी क्विज में चयनित हुई हैं।
20. लक्षद्वीप की छात्रा नफरसथ निधा।
21. असम की छात्रा देवलीना हजारिका।
22. जम्मू-कश्मीर के छात्र औजासव।
23. सिक्किम के छात्र यश गुप्ता।
24. शिलांग की छात्रा अविप्सा।
25. मणिपुर की छात्रा सोनी नांगमैथम।
26. अरुणाचल प्रदेश की छात्रा तेजस्विनी।
27. चंडीगढ़ के छात्र अक्षत।
28. बिहार के बोधगया के एक निजी स्कूल में कक्षा आठ की छात्रा सौम्या।
ऐसे हुआ छात्रों का चयन
इन छात्रों का चयन इसरो की ओर से कराए गए ऑनलाइन स्पेस क्विज के जरिए किया गया है। इसरो द्वारा ये क्विज 15 से 25 अगस्त तक आयोजित किया गया था। इस क्विज में कक्षा आठ से 12 के छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। क्विज में शामिल छात्रों से स्पेस साइंस से संबंधित 20 सवाल पूछे गए थे। 10 मिनट में सबसे ज्यादा सही जवाब देने वालों का इस पल के लिए चयन किया गया है। क्विज में देश भर के तमाम केंद्रीय विद्यालयों से कुल 150279 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। यह क्विज स्कूली बच्चों में अंतरिक्ष कार्यक्रमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया था। इसके तहत प्रत्येक राज्य व केंद्र शासित प्रदेश से दो छात्रों का चयन किया गया है।