UP Board Exam 2020: यूपी बोर्ड के 12वीं फेल छात्रों को मिला बड़ा मौका, एक बार फिर से दे सकेंगे परीक्षा
यूपी बोर्ड के 12वीं के छात्रों के लिए खुशखबरी है। इस साल यूपी बोर्ड ने 12वीं के स्टूडेंट्स को राहत देने वाला फैसल किया है।
UP Board Class 12 Compartmental Exam 2020: यूपी बोर्ड के 12वीं के छात्रों के लिए खुशखबरी है। इस साल यूपी बोर्ड ने 12वीं के स्टूडेंट्स को राहत देने वाला फैसल किया है। यूपी बोर्ड ने नोटीफिकेशन जारी किया है , जिसपर बताया गया है यूपी बोर्ड की वर्ष 2020 की इंटरमीडिएट परीक्षा में फेल होने पर परीक्षार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकेंगे। हालांकि 10वीं कक्षा के छात्रों के लिये बोर्ड (UP Board) पहले से ही कंपार्टमेंटल परीक्षा आयोजित करता रहा है और इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। यूपी बोर्ड के इस प्रस्ताव का असर उन 25.86 लाख छात्रों पर होगा, जो यूपी बोर्ड 12वीं परीक्षा 2020 (UP Board class 12 exam 2020) में शामिल होने जा रहे हैं। दरअसल, इसके जरिये उन छात्रों को परीक्षा देने के लिये प्रोत्साहित किया जाएगा, जो तैयारी पूरी ना होने के कारण या फेल होने के डर से परीक्षा (UP Board inter exams) में नहीं बैठते हैं।
उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बताया, "अब हाईस्कूल व इंटर दोनों परीक्षाओं में दो विषयों में फेल होने पर परीक्षार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकेंगे. मार्कशीट पर यह नहीं लिखा जाएगा कि विद्यार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा देकर पास हुआ है। इस प्रस्ताव पर जल्द शासन की मुहर लगाई जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यूपी बोर्ड में हाईस्कूल में अगर परीक्षार्थी एक विषय में फेल है तो उसे अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता है। छात्रों के पास उस विषय में इंप्रूवमेंट देने का भी विकल्प होता है। अगर वह दो विषय में फेल है तो उसे कंपार्टमेंट परीक्षा का मौका मिलता है।
इसके तहत वह फेल होने वाले दोनों विषयों में किसी एक की परीक्षा देता है और वह पास होकर अगली कक्षा में चला जाता है. इंटरमीडिएट में यह विकल्प नहीं है। अगली कक्षा में जाने के लिए परीक्षार्थी का सभी विषयों में पास होना जरूरी होता है।
इस बार आंसर शीट पर लाइन का रंग अलग-अलग होगा। इस वर्ष हुई बोर्ड परीक्षाओं में सभी कॉपियों पर क्रमांक डालने की व्यवस्था की गई है।15 से 25 मार्च तक सिर्फ दस दिनों में कॉपियों का मूल्यांकन होगा। इसके लिए कॉपी चेक करने वाले अध्यापकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस बार प्रमाणपत्र व अंकपत्र अंग्रेजी व हिन्दी दो भाषाओं में जारी होगा। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की ए व बी कॉपियों यानी चारों में लाइन का रंग अलग-अलग होगा।