यूजीसी का निर्देश, 30 सितंबर तक हो विश्वविद्यालयों में सेमेस्टर टेस्ट
कोरोना संक्रमण को देखते हुए देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए अब और समय दिया गया है।
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण को देखते हुए देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए अब और समय दिया गया है। अब यह परीक्षाएं 30 सितंबर तक पूरी करवाई जा सकती हैं। प्रत्येक क्षेत्र एवं राज्य की परिस्थितियों के अनुसार यह परीक्षाएं ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन करवाई जा सकेगी। यूजीसी ने इस बारे में सभी विश्वविद्यालयों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं। यूजीसी द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, "हमारे लिए विद्यार्थियों का स्वास्थ्य, उनकी सुरक्षा, निष्पक्षता और समान अवसर के सिद्धांतो का पालन करना सर्वोपरि है। साथ ही, विश्व स्तर पर विद्यार्थियों की शैक्षणिक विश्वसनीयता, करियर के अवसरों और भविष्य की प्रगति को सुनिश्चित करना भी शिक्षा प्रणाली में बहुत मायने रखता है।"
ये परीक्षाएं ऑफलाइन पद्धति यानी पेन एवं पेपर और ऑनलाइन ली जा सकती हैं। आवश्यकता पड़ने पर मिश्रित व्यवस्था के अंतर्गत यह परीक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से कराई जा सकती हैंसयदि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में टर्मिनल सेमेस्टर अंतिम वर्ष का कोई भी विद्यार्थी उपस्थित होने में असमर्थ रहता है, चाहे जो भी कारण रहा हो, तो उसे ऐसे पाठ्यक्रम(पाठ्यक्रमों) प्रश्नपत्र(प्रश्नपत्रों) के लिए विशेष परीक्षाओं में बैठने का अवसर दिया जा सकता है।
निशंक ने कहा, "ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि किसी भी शिक्षा प्रणाली में विद्यार्थियों का शैक्षणिक मूल्यांकन बहुत महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। परीक्षाओं में प्रदर्शन विद्यार्थियों को आत्मविश्वास और संतुष्टि देता है। यह उनकी क्षमताए प्रदर्शन और विश्वसनीयता का प्रतिबिंब है जो वैश्विक स्वीकार्यता के लिए आवश्यक है।"
दरअसल विभिन्न छात्र संगठन शैक्षणिक संस्थान एवं अभिभावक लगातार सेमेस्टर परीक्षाओं को आगे बढ़ाने या फिर रद्द करने की मांग कर रहे थे। छात्रों की इस मांग और शैक्षणिक हितों को देखते हुए यूजीसी ने टर्मिनल सेमेस्टर की सभी परीक्षाएं 30 सितंबर 2020 तक करने का दिशा निर्देश जारी किया है।समानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कोविड-19 स्थिति के कारण किए जाने वाले पूर्वोपायों के साथ परीक्षाओं के आयोजन के लिए गृह मंत्रालय एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी)तैयार की है।